सुनील गावस्कर Source: Social Media
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सीनियर खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन पर सुनील गावस्कर ने उठाए सवाल, चयनकर्ताओं को दी सलाह

भारतीय टॉप ऑर्डर की नाकामी पर गावस्कर का बड़ा बयान

Nishant Poonia

भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सीनियर खिलाड़ियों के प्रदर्शन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने विशेष रूप से विराट कोहली के ऑफ-स्टंप के बाहर की गेंदों पर लगातार संघर्ष पर सवाल उठाए। गावस्कर ने कोहली की तकनीकी खामियों को लेकर उनका समाधान भी सुझाया और भारतीय टॉप ऑर्डर के प्रदर्शन पर निराशा जताई।

विराट कोहली की तकनीकी कमजोरी बनी चिंता का विषय

विराट कोहली इस सीरीज में उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं। उन्होंने अब तक सिर्फ एक शतक लगाया है, जो पर्थ में पहले टेस्ट में आया था। मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में कोहली दोनों पारियों में ऑफ-स्टंप के बाहर की गेंदों पर छेड़छाड़ करते हुए आउट हुए। उन्होंने पहली पारी में 36 और दूसरी पारी में केवल 5 रन बनाए, जिसके चलते भारत को 184 रनों से करारी हार झेलनी पड़ी।

विराट कोहली

गावस्कर ने कोहली की इस समस्या पर बात करते हुए कहा, “विराट का फ्रंट फुट गेंद की दिशा में नहीं बढ़ रहा है। उनका पैर सीधा पिच की ओर जा रहा है, जिससे बल्ले का बीच का हिस्सा गेंद पर नहीं लग रहा। यदि वह पैर को गेंद की तरफ बढ़ाएंगे तो गेंद पर बेहतर नियंत्रण होगा।”

सीनियर खिलाड़ियों से निराशा

सुनील गावस्कर ने भारतीय टॉप ऑर्डर के प्रदर्शन पर भी निराशा जताई। उन्होंने कहा कि यशस्वी जायसवाल को छोड़कर किसी भी बल्लेबाज ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। गावस्कर ने कहा, “सीनियर बल्लेबाजों से जिस प्रदर्शन की उम्मीद थी, वह देखने को नहीं मिला। जब शीर्ष क्रम रन नहीं बना रहा है, तो निचले क्रम को दोष देना सही नहीं है।”

भारतीय टीम

उन्होंने चयनकर्ताओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि टीम में ऐसे खिलाड़ियों का चयन किया जाए, जो कठिन परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। गावस्कर ने यह भी कहा कि सीनियर खिलाड़ियों (रोहित शर्मा और विराट कोहली) को टीम को इस मुश्किल स्थिति से बाहर निकालने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी।

आने वाले मैचों की तैयारी की सलाह

गावस्कर ने टीम को सिडनी टेस्ट के लिए बेहतर रणनीति के साथ उतरने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को अपनी तकनीकी खामियों पर काम करना होगा और टीम को जीत के लिए सामूहिक प्रयास करना होगा।

भारतीय टीम को अब सीरीज बचाने के लिए सिडनी टेस्ट में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। सीनियर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सवाल उठने के बाद अब देखना यह होगा कि टीम अगले मुकाबले में कैसे वापसी करती है।