भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने एजबेस्टन टेस्ट के दौरान एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। भले ही दूसरी पारी में वह बड़ी पारी नहीं खेल सके, लेकिन उन्होंने क्रिकेट इतिहास में एक अहम मुकाम हासिल कर लिया। इस पारी में 10वां रन बनाते ही यशस्वी ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 2000 रन पूरे करने वाले भारतीय खिलाड़ियों की सूची में जगह बना ली है। उन्होंने इस मामले में राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग की बराबरी की है, जबकि विराट कोहली, गौतम गंभीर और विजय हजारे जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है।
यशस्वी जायसवाल ने यह कीर्तिमान टेस्ट करियर की सिर्फ 40वीं पारी में हासिल किया। इस पारी में उन्होंने 22 गेंदों पर 28 रन बनाए। इससे पहले उन्होंने पहली पारी में 87 रनों की शानदार पारी खेली थी, जो उनकी निरंतरता और आत्मविश्वास को दर्शाती है। उन्होंने अब तक 21 टेस्ट मैचों की 40 पारियों में 2018 रन बनाए हैं, जिनमें 5 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत 53.10 का है, जो बताता है कि वो न सिर्फ रन बना रहे हैं, बल्कि टीम को एक मजबूत शुरुआत भी दे रहे हैं।
इस मुकाम तक पहुंचने वाले द्रविड़ और सहवाग दोनों ने भी 40-40 पारियों में 2000 रन पूरे किए थे। राहुल द्रविड़ ने यह उपलब्धि 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैमिल्टन में और वीरेंद्र सहवाग ने 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में हासिल की थी। वहीं दूसरी ओर, विराट कोहली को यह आंकड़ा छूने में 53 पारियों का समय लगा था, जबकि विजय हजारे और गौतम गंभीर ने 43 पारियों में ये कारनामा किया था। यशस्वी का इस सूची में इतनी कम पारियों में आ जाना उनके प्रतिभाशाली होने का प्रमाण है। इस उपलब्धि के साथ ही यशस्वी टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम उम्र में 2000 रन पूरे करने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज भी बन गए हैं। उन्होंने यह कीर्तिमान 23 साल और 188 दिन की उम्र में हासिल किया है। इस मामले में वह सिर्फ सचिन तेंदुलकर से पीछे हैं, जिन्होंने 20 साल और 330 दिन की उम्र में 2000 टेस्ट रन पूरे किए थे। यह आंकड़ा यशस्वी की परिपक्वता और खेल के प्रति उनकी समझ को दर्शाता है, जो उन्हें इस उम्र में ही एक अनुभवी बल्लेबाज जैसा बना देती है।