विराट और रोहित Image Source: Social Media
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क्या विराट और रोहित पर लागू होगा घरेलू क्रिकेट खेलने का नियम? जानें BCCI का रुख

घरेलू क्रिकेट खेलने को लेकर विराट-रोहित पर बीसीसीआई का फैसला

Nishant Poonia

टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देने का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। बीसीसीआई द्वारा पिछले साल बनाए गए नियमों के तहत, नेशनल ड्यूटी पर न होने वाले खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य किया गया था। हालांकि, अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह नियम विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों पर भी लागू होगा।

रणजी ट्रॉफी खेलने को लेकर उठे सवाल

23 जनवरी से शुरू हो रहे 2024/25 रणजी ट्रॉफी के दूसरे चरण में विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े खिलाड़ियों के खेलने को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। इससे पहले, इशान किशन और श्रेयस अय्यर ने घरेलू क्रिकेट में हिस्सा नहीं लिया था, जिससे बीसीसीआई नाराज दिखा था। इशान ने मानसिक स्वास्थ्य ब्रेक लिया था, जबकि अय्यर ने टेस्ट सीरीज के बीच से अपना नाम वापस ले लिया था। हालांकि, अय्यर ने बाद में मुंबई के लिए सेमीफाइनल और फाइनल खेले।

विराट और रोहित

क्या कोहली-रोहित को मिलेगा छूट?

रिपोर्ट्स के अनुसार, विराट और रोहित पर घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाया जाएगा। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि कोहली जैसे खिलाड़ियों को पुराने फॉर्म में लौटने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन यह फैसला खिलाड़ी की मर्जी पर निर्भर करता है।

घरेलू क्रिकेट का महत्व

ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट पर जोर देने की बात की है। बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, “घरेलू टूर्नामेंट खेलने से खिलाड़ियों का आत्मविश्वास लौटता है। यह जरूरी है कि खिलाड़ी इस बात को समझें, चाहे वह कितना भी अनुभवी क्यों न हो।”

विराट और रोहित

भविष्य की चयन प्रक्रिया पर असर

अगर कोई खिलाड़ी बिना वैध कारण के घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेता है, तो इसका असर उनके टीम इंडिया चयन पर पड़ सकता है। बोर्ड का मानना है कि क्रीज पर समय बिताना और घरेलू मैचों में प्रदर्शन करना, खिलाड़ियों को मानसिक और तकनीकी रूप से मजबूत बनाता है।

विराट और रोहित जैसे खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने का फैसला एक अहम मोड़ हो सकता है। हालांकि, बीसीसीआई उन पर सख्ती नहीं बरतेगा, लेकिन खिलाड़ियों को समझना होगा कि घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन से ही उनकी अंतरराष्ट्रीय वापसी आसान हो सकती है।