लॉर्ड्स टेस्ट में 22 रन की हार के बाद भारतीय टीम एक बार फिर सीरीज में पिछड़ गई है। अब पांच मैचों की इस रोमांचक सीरीज में इंग्लैंड को 2-1 की बढ़त मिल चुकी है और अगला मुकाबला मैनचेस्टर में खेला जाना है, जहां टीम इंडिया के पास बराबरी करने का आखिरी मौका होगा। लेकिन इस अहम मुकाबले से पहले सबसे बड़ा सवाल यही बना हुआ है। क्या भारत के सबसे घातक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह मैनचेस्टर टेस्ट में खेलेंगे?
लॉर्ड्स टेस्ट खत्म होने के बाद कप्तान शुभमन गिल से जब चौथे टेस्ट की तैयारियों को लेकर सवाल किया गया, तो खासतौर पर बुमराह की उपलब्धता को लेकर सभी की निगाहें उनके जवाब पर थीं। लेकिन गिल ने न तो हां कहा और न ही ना। उन्होंने सिर्फ इतना कहा, "आपको जल्द ही पता चल जाएगा।" उनके इस जवाब ने सस्पेंस और बढ़ा दिया है और अब क्रिकेट एक्सपर्ट्स और फैंस के बीच चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। दरअसल, जसप्रीत बुमराह ने इस सीरीज की शुरुआत से ही जबरदस्त गेंदबाजी की है। लीड्स और लॉर्ड्स दोनों टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में पांच-पांच विकेट चटकाकर इंग्लिश बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। लॉर्ड्स की दूसरी पारी में भी उन्होंने दो अहम विकेट लिए। लेकिन टीम इंडिया पहले ही साफ कर चुकी है कि वे बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को ध्यान में रखते हुए उन्हें सभी पांच टेस्ट नहीं खिलाएंगे।
इसी रणनीति के तहत बुमराह को दूसरा टेस्ट (एजबेस्टन) में आराम दिया गया था, और भारत ने उस मुकाबले को जीतकर दिखा दिया था कि उसके पास गहराई है। हालांकि, उस जीत में गेंदबाजी यूनिट को उतनी धार नहीं मिली थी, जितनी बुमराह की मौजूदगी से आती है। अब जबकि भारत सीरीज में पीछे चल रहा है और मैनचेस्टर टेस्ट करो या मरो वाला मुकाबला साबित हो सकता है, ऐसे में टीम इंडिया बुमराह को बाहर बैठाने का जोखिम शायद ही उठाना चाहेगी। उनकी गेंदबाजी में वह आग है जो इंग्लिश बल्लेबाजों को दबाव में डाल सकती है। ऊपर से यह भी सच है कि इंग्लैंड की पिचें जितनी बल्लेबाजों के लिए मददगार रही हैं, उतनी ही तेज गेंदबाजों को भी मौका देती हैं बिखरने का।