Aiden Markram  Image Source: Social Media
Cricket

पुरानी हारों को भूलकर जीतने का समय: एडेन मार्कराम

WTC में साउथ अफ्रीका की नई रणनीति

Anjali Maikhuri

साउथ अफ्रीका की टीम आईसीसी ट्रॉफी में अक्सर अच्छी शुरुआत तो करती है, लेकिन जीत के बड़े मुकाबलों में थोड़ा कमजोर रही है। पिछले कई सालों में उन्हें कई बार हार का सामना करना पड़ा है और वे असफल साबित हुए हैं। लेकिन अब उनके पास जून 11 से शुरू हो रही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में अपनी कहानी बदलने का सुनहरा मौका है। टीम के कप्तान एडेन मार्कराम ने कहा है कि वे अपनी पुरानी हारों को भूलकर नई उम्मीदों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।लॉर्ड्स में मीडिया से बात करते हुए मार्कराम ने कहा, “हमारी टीम थोड़ी अलग है। जो खिलाड़ी पहले की हारों को देख चुके हैं, उन्होंने उन पर चर्चा की है और पूरी तरह से उनसे आगे बढ़ गए हैं। हमने उन गलतियों से सीखा है और अब पूरी तरह से नए जोश के साथ मैदान पर उतरने को तैयार हैं। हमें फिर से जीत का मौका मिला है और हम इसे लेकर काफी उत्साहित हैं।”

मार्कराम ने अपनी जिम्मेदारी के बारे में भी बात की। वे टीम के ओपनिंग बल्लेबाज हैं। उन्होंने कहा, “जब आप ओपनिंग करते हैं तो आपकी जिम्मेदारी होती है कि टीम को अच्छी शुरुआत दिलाएं और मैच में बढ़त बनाएं। ये चुनौती ही हमें उत्साहित करती है। हमारे पास विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं, जिनके खिलाफ तैयारी करना मुश्किल होता है, लेकिन इससे हम बल्लेबाज के तौर पर और बेहतर बनते हैं।”उन्होंने बताया कि उनकी टीम ज्यादातर दो मैचों की सीरीज खेलती है। इसलिए मैच की शुरुआत में ही तेज़ खेलना बेहद जरूरी होता है। “कोई दूसरा मौका नहीं मिलता, इसलिए पहले दिन से ही पूरी ताकत से खेलने की जरूरत है। यहां टेस्ट मैच खेलना एक खास अनुभव है, और अगर वो फाइनल में हो तो ये और भी बड़ा मौका होता है,” मार्कराम ने जोड़ा।

Aiden Markram

साउथ अफ्रीका की टीम ने पिछले अनुभवों से बहुत कुछ सीखा है और इस बार वे पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेंगे। उनकी कोशिश रहेगी कि वे शुरुआत से ही अपना दबदबा बनाएं और चैंपियनशिप जीतकर अपनी गलतफहमियों को खत्म करें। टीम की रणनीति साफ है कि वे हार को पीछे छोड़कर अब जीत की ओर बढ़ेंगे।विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में फाइनल मुकाबला जीतना किसी भी क्रिकेट टीम के लिए बहुत बड़ी बात होती है। दक्षिण अफ्रीका ने अब तक इस फॉर्मेट में कई बार खुद को साबित किया है, लेकिन ट्रॉफी जीतने में हमेशा कुछ कमी रह गई। इस बार मार्कराम और उनकी टीम इस कमी को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

उनका मानना है कि अनुभव और सकारात्मक सोच से ही टीम बड़ी चुनौतियों का सामना कर सकती है। इसलिए इस बार सभी खिलाड़ी अपने मनोबल और खेल की गुणवत्ता को और ऊपर ले जाने की कोशिश करेंगे।कुल मिलाकर, दक्षिण अफ्रीका की टीम इस विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को अपनी क्षमता दिखाने और इतिहास लिखने का मौका मानती है। वे पुरानी हारों को पीछे छोड़, नए जोश के साथ जीत की ओर बढ़ना चाहते हैं।