एजबेस्टन टेस्ट में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन का ऐलान होते ही सोशल मीडिया पर मानो तूफान आ गया। जैसे ही भारतीय टीम की अंतिम ग्यारह का खुलासा हुआ, फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स दोनों ही फैसलों से नाखुश नजर आए। टीम के चयन को लेकर फैंस ने हद पार करते हुए यहां तक कह दिया कि गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे खराब कोच हैं। सबसे बड़ा सवाल जसप्रीत बुमराह को लेकर उठा। कप्तान शुभमन गिल ने खुद मैच से एक दिन पहले कहा था कि बुमराह फिट हैं, लेकिन फिर भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। इस पर रवि शास्त्री पहले ही सवाल उठा चुके हैं, लेकिन फैंस को गुस्सा इस बात पर आया कि बुमराह की जगह अर्शदीप सिंह को मौका क्यों नहीं दिया गया? अर्शदीप एक शानदार स्विंग गेंदबाज हैं और इंग्लैंड की परिस्थितियों में उनका खेलना फायदेमंद हो सकता था। लेकिन उनकी जगह आकाशदीप को टीम में शामिल किया गया, जिससे फैंस खासे नाराज़ दिखे। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसे "गंभीर की सबसे बड़ी भूल" बताया।
फैंस का गुस्सा सिर्फ अर्शदीप को लेकर नहीं था। साई सुदर्शन को भी एक मैच बाद ही ड्रॉप कर दिया गया, जिस पर गंभीर को ट्रोल किया गया। वहीं कई फैंस का मानना था कि इस पिच पर कुलदीप यादव जैसे चतुर स्पिनर को मौका दिया जाना चाहिए था, लेकिन उन्हें भी नजरअंदाज कर दिया गया। गौतम गंभीर के बतौर कोच टेस्ट रिकॉर्ड की बात करें तो अब तक उन्होंने 11 टेस्ट में से सिर्फ 3 में जीत हासिल की है। ऑस्ट्रेलिया में भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवाई। अपने ही घर में न्यूजीलैंड से 0-3 से हार मिली। इस हार के कारण भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की रेस से बाहर हो गया।
अब अगर इंग्लैंड में भी परिणाम भारत के पक्ष में नहीं गया तो गौतम गंभीर की कोचिंग को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो सकते हैं। फैंस और एक्सपर्ट्स की नाराजगी, टीम चयन पर उठते सवाल और लगातार खराब टेस्ट प्रदर्शन अब गौतम गंभीर की कोचिंग पर दबाव बढ़ा रहे हैं। अगर इंग्लैंड में भी भारत हारता है, तो बोर्ड को गंभीर फैसले लेने पड़ सकते हैं।