Krishan, Sudharsan Image Source: Social Media
Cricket

इंग्लैंड के खिलाफ मुश्किल में टीम इंडिया, इरफान पठान ने गेंदबाजों को दिया 'बाउंसर' का मंत्र

पठान ने भारतीय गेंदबाज़ों को दी आक्रामक रणनीति की सलाह

Nishant Poonia

पहले टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की स्थिति काफी नाजुक होती जा रही है। हेडिंग्ले के मैदान पर इंग्लैंड मजबूत पकड़ बनाता दिख रहा है। इसी बीच भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफ़ान पठान ने भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों को एक खास सलाह दी है। उन्होंने गेंदबाज़ों से आक्रामक तरीके से गेंदबाज़ी करने की अपील की है, लेकिन साथ ही साथ रक्षात्मक फील्ड लगाने को भी कहा है।

इरफ़ान पठान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’ (पहले ट्विटर) पर लिखा,

“मैं टीम इंडिया से आक्रामक गेंदबाज़ी और रक्षात्मक फील्डिंग सेटअप देखना चाहता हूं। बाउंसर डालना मत भूलना।”

उनकी ये सलाह ऐसे समय आई है जब इंग्लैंड के ओपनर्स भारत के दिए गए 371 रन के लक्ष्य का आत्मविश्वास के साथ पीछा कर रहे हैं। चाय तक इंग्लैंड बिना कोई विकेट गंवाए 117 रन बना चुका था। डकेट 64 और ज़ैक क्रॉली 42 रन बनाकर नाबाद थे। यानी भारत से जीत के लिए उन्हें सिर्फ 254 रन की और ज़रूरत है और 10 विकेट अभी बाकी हैं।

बुमराह की क्लास, बाकी गेंदबाज़ों का लचर प्रदर्शन

अगर भारत के गेंदबाज़ों की बात करें, तो जसप्रीत बुमराह को छोड़कर बाकी सभी तेज़ गेंदबाज़ काफी बेअसर साबित हुए हैं। मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दूल ठाकुर न सिर्फ लय में नहीं दिखे बल्कि उन्होंने फालतू रन भी दिए। इंग्लिश बल्लेबाज़ों ने इन मौकों का भरपूर फायदा उठाया।

England vs India

हालांकि, बुमराह ने एक शानदार ऑफ-कटर से डकेट का डिफेंस चकमा दिया और एक बार भारत को उत्साहित भी किया, लेकिन वो पल अकेला था। बुमराह की गेंदबाज़ी में धार दिखी, लेकिन दूसरे छोर से सपोर्ट नहीं मिला।

क्यों अहम है इरफ़ान की सलाह?

इरफ़ान पठान खुद एक सफल तेज़ गेंदबाज़ रह चुके हैं और उन्हें पता है कि इंग्लैंड की पिचों पर बल्लेबाज़ी कैसे मुश्किल बनाई जा सकती है। उनका मानना है कि बाउंसर जैसी आक्रामक रणनीति अपनाकर बल्लेबाज़ों को बैकफुट पर लाया जा सकता है। लेकिन उसके लिए फील्ड ऐसी होनी चाहिए जो जोखिम को कम करे और मौके पर कैचिंग का मौका दे।

इस टेस्ट सीरीज़ को ‘तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी’ के नाम से जाना जा रहा है और इसका पहला मुकाबला भारत के लिए चेतावनी की तरह सामने आया है। भारतीय टीम में कई युवा खिलाड़ी शामिल हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे इस कठिन परिस्थिति से उबर पाते हैं या नहीं।

आगे क्या?

अगर भारत को मैच में वापसी करनी है तो गेंदबाज़ों को लाइन-लेंथ में सुधार करना होगा और कप्तान को फील्ड सेटिंग में चतुराई दिखानी होगी। बुमराह अकेले दम पर कुछ नहीं कर सकते, टीम के बाकी गेंदबाज़ों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।

इरफ़ान पठान की सलाह में गहराई है—आक्रामक गेंदबाज़ी करो, लेकिन दिमाग से। तभी भारत इस टेस्ट में कुछ चमत्कार कर सकता है।