दिमुथ करुणारत्ने Image Source: Social Media
Cricket

श्रीलंकाई खिलाड़ी दिमुथ करुणारत्ने ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा, ऑस्ट्रेलिया टीम ने दी शानदार विदाई

श्रीलंकाई बल्लेबाज करुणारत्ने की अंतिम पारी, ऑस्ट्रेलिया ने ताली बजाकर किया सम्मानित

Nishant Poonia

श्रीलंका के अनुभवी बल्लेबाज डिमुथ करुणारत्ने ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। गाले इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन (8 फरवरी, शनिवार) उनकी टेस्ट क्रिकेट यात्रा समाप्त हो गई। करुणारत्ने अपनी अंतिम पारी में सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन उनके योगदान को पूरे क्रिकेट जगत ने सराहा।

आखिरी पारी में करुणारत्ने का संघर्ष

श्रीलंका की दूसरी पारी के 13वें ओवर की पहली गेंद पर करुणारत्ने का विकेट गिरा। ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर मैथ्यू कुहनेमैन ने ऑफ स्टंप के बाहर एक फ्लाइटेड गेंद फेंकी, जिसे करुणारत्ने ने कवर ड्राइव करने की कोशिश की। हालांकि, गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर सीधा विकेटकीपर के हाथों में चली गई और उनके टेस्ट करियर की आखिरी पारी खत्म हो गई।

दिमुथ करुणारत्ने

36 वर्षीय इस दिग्गज बल्लेबाज ने अपनी अंतिम पारी में 28 गेंदों में 14 रन बनाए। जब वह आउट होकर पवेलियन लौट रहे थे, तब ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लायन ने उन्हें बधाई दी और पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ताली बजाकर सम्मान दिया। करुणारत्ने ने भी दर्शकों की ओर बल्ला उठाकर उनका धन्यवाद किया। साथी खिलाड़ी दिनेश चांदीमल ने उन्हें गले लगाकर भावनात्मक विदाई दी।

करुणारत्ने का शानदार टेस्ट करियर

डिमुथ करुणारत्ने श्रीलंका क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। उन्होंने अपने 100 टेस्ट मैचों में 39.25 की औसत से 7,222 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 16 शतक और 39 अर्धशतक निकले। वह श्रीलंका की ओर से खेलने वाले सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाजों में से एक रहे हैं और कई मौकों पर टीम को मजबूत शुरुआत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।दिमुथ करुणारत्ने

दिमुथ करुणारत्ने

ऑस्ट्रेलियाई टीम का शानदार सम्मान

करुणारत्ने ने अपने करियर के दौरान कई बड़े गेंदबाजों का सामना किया और श्रीलंका के लिए कई यादगार पारियां खेलीं। जब वह अपने आखिरी टेस्ट मैच में पवेलियन लौट रहे थे, तो ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उन्हें ताली बजाकर सम्मान दिया, जिससे यह साफ हो गया कि उनका क्रिकेट जगत में कितना सम्मान है।

उनका क्रिकेट करियर भले ही खत्म हो गया हो, लेकिन उनके द्वारा बनाए गए रन और उनका योगदान हमेशा श्रीलंकाई क्रिकेट के इतिहास में दर्ज रहेगा।