Jasprit Bumrah and Rishabh Pant  Image Source: Social media
Cricket

कहीं हनुमान चालीसा तो कहीं Punjabi Music, Manchester Test से पहले बदला भारतीय टीम का माहौल

हनुमान चालीसा और पंजाबी बीट्स से टीम का माहौल खुशनुमा

Anjali Maikhuri

मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट से पहले टीम इंडिया ने केंट काउंटी क्रिकेट ग्राउंड में प्रैक्टिस की। लॉर्ड्स टेस्ट की हार के कुछ दिन बाद खिलाड़ी थके हुए दिखे, लेकिन बीकेनहैम की शांत जगह और खुशनुमा माहौल ने उनका मूड बेहतर कर दिया। जैसे ही खिलाड़ी टीम बस से उतरे, सबने हंसते-मुस्कुराते हुए मैदान में कदम रखा। वहां का माहौल बिलकुल हल्का और मस्तीभरा था।

ड्रेसिंग रूम से म्यूजिक की आवाज़ आ रही थी। कोई हनुमान चालीसा चला रहा था, कोई अंग्रेज़ी गाने सुन रहा था तो कोई पंजाबी बीट्स का मजा ले रहा था। इससे टीम का माहौल और भी रिलैक्स हो गया था। ऊपर ड्रेसिंग रूम से ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह नीचे मौजूद मीडिया से मजाक करते दिखे। जब एक पत्रकार ने पंत से कुछ बात करने की कोशिश की, तो पंत ने मुस्कुराते हुए कहा कि “कुछ सुनाई नहीं दे रहा”, क्योंकि म्यूजिक तेज़ चल रहा था। तभी बुमराह ने मजाक में कहा, “आज दुग्गल जी बहरे हैं”, जिससे वहां मौजूद सभी लोग हंस पड़े।

पंत और बुमराह सिर्फ हल्का वॉर्म-अप कर रहे थे और कुछ वक्त जिम में भी बिताया। पंत की उंगली में हल्की चोट है, लेकिन उम्मीद है कि वह अगला मैच खेलने के लिए फिट हो जाएंगे। वहीं बुमराह और सिराज ने बॉलिंग नहीं की, शायद थकान और वर्कलोड की वजह से उन्हें आराम दिया गया है। इस बात का अभी फैसला नहीं हुआ है कि अगले टेस्ट में उन्हें खिलाया जाएगा या नहीं।

केएल राहुल को छोड़कर टीम के बाकी सभी खिलाड़ी इस ट्रेनिंग सेशन में पहुंचे थे। इस सेशन के दौरान एक छोटी घटना हुई जिसने सबका ध्यान खींचा। युवा गेंदबाज अर्शदीप सिंह को नेट्स में बॉल रोकने की कोशिश में हाथ पर चोट लग गई। गेंद साई सुदर्शन के बैट से आई थी, जिसे रोकते वक्त अर्शदीप का हाथ कट गया। जब बल्लेबाजी कोच ने उन्हें नेट्स में बुलाया, तो कप्तान शुभमन गिल ने कहा कि शायद वह चोट की वजह से बल्लेबाजी न कर पाएं।

अर्शदीप को हाथ में पट्टी बांधे देखा गया और उन्हें चेकअप के लिए डॉक्टर के पास भेजा गया। टीम के सहायक कोच ने बताया कि चोट गंभीर नहीं है, लेकिन यह देखना जरूरी होगा कि कहीं टांके लगाने की जरूरत तो नहीं है। अगर ऐसा होता है तो वह अगले मैच के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे।

चोट के कारण जब कुछ गेंदबाज मैदान पर नहीं थे, तो बॉलिंग कोच मोर्न मोर्कल खुद नेट्स में बॉलिंग करने उतर गए। उन्होंने तेज़ गेंदबाजी नहीं की, लेकिन बल्लेबाज़ों को अभ्यास देने में मदद की। उनके कद और अनुभव ने बैट्समैन को अच्छा प्रैक्टिस सेशन दिया। प्रैक्टिस के बाद मोर्कल ने हंसते हुए कहा कि उन्होंने पांच विकेट लिए, जिससे सभी खिलाड़‍ियों का मूड और भी अच्छा हो गया।

टीम का यह प्रैक्टिस सेशन हल्का-फुल्का, मस्तीभरा और काफी सुकून देने वाला रहा। खिलाड़ियों ने गंभीर मैच से पहले थोड़ा आराम और हंसी-मजाक का माहौल बनाया, जिससे मन भी ताजा हो गया और आत्मविश्वास भी बढ़ा।