भारत की वनडे टीम के कप्तान पद के लिए अब श्रेयस अय्यर सबसे आगे नजर आ रहे हैं। अंदर की जानकारी के मुताबिक चयनकर्ताओं ने उन्हें रोहित शर्मा का दीर्घकालिक विकल्प माना है, खासकर कप्तानी के मामले में। वहीं, एशिया कप 2025 के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम में अय्यर को जगह नहीं मिली। इसके उलट, शुबमन गिल को टी20 टीम में वापसी मिली है और उन्हें उप-कप्तान भी बनाया गया है। गिल ने हाल ही में टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली है और माना जा रहा है कि वह जल्द ही सूर्यकुमार यादव की जगह T20 टीम की कप्तानी भी संभालेंगे।
एशिया कप 9 से 28 सितंबर तक UAE में खेला जाएगा और माना जा रहा है कि इसके बाद ही भारत की ODI टीम के कप्तान को लेकर बड़ा फैसला लिया जाएगा।
इसके अलावा, रोहित शर्मा और विराट कोहली को भी अपने ODI करियर को लेकर फैसला करने का पूरा अधिकार दिया जाएगा। चयनकर्ता चाहते हैं कि रोहित शर्मा कप्तानी की जिम्मेदारी से आराम पाएं ताकि वह अपनी बल्लेबाजी पर पूरा ध्यान दे सकें।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि रोहित और विराट अपनी वनडे टीम के लिए आखिरी बार आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे में खेल सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट में हमेशा से ही कई कहानियां चलती रही हैं और अभी सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या विराट कोहली (36 साल) और रोहित शर्मा (38 साल), जो मिलाकर 25,000 से ज्यादा रन बना चुके हैं, वह 2027 के ODI विश्व कप तक खेलते रहेंगे या नहीं।
विराट और रोहित दोनों ही भारत के बेहतरीन वनडे बल्लेबाजों में से हैं। विराट कोहली ने 302 मैचों में 14,181 रन बनाए हैं, उनका औसत 57.88 है, और उन्होंने 51 शतक और 74 अर्धशतक लगाए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 183 रन है।
दूसरी ओर, रोहित शर्मा ने 272 मैचों में 11,168 रन बनाए हैं। उनका औसत 48.76 है, जिसमें 32 शतक और 59 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 264 रन रहा है।
दोनों ने अपनी पिछली वनडे मैच ICC चैंपियंस ट्रॉफी में खेले थे, जिसे टीम इंडिया ने जीता था। विराट कोहली ने 5 मैचों में कुल 218 रन बनाए थे, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ एक शतक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 84 रन की पारी शामिल थी। वहीं, रोहित का टूर्नामेंट थोड़ा मिला-जुला रहा लेकिन उन्होंने फाइनल में 76 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। कुल मिलाकर रोहित ने 180 रन बनाए थे, औसत 36.00 और स्ट्राइक रेट 100.00 के साथ।
वर्तमान समय में भारतीय टीम के लिए कप्तानी का भविष्य तय करना अहम है। चयनकर्ता चाहते हैं कि टीम का नेतृत्व नए और युवा खिलाड़ियों के हाथों में हो, जो टीम को लंबे समय तक मजबूत बना सकें। इसलिए श्रेयस अय्यर की कप्तानी की संभावनाएं बढ़ी हैं क्योंकि उन्होंने हाल के आईपीएल और घरेलू मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है।
वहीं, शुबमन गिल की भी टीम में वापसी से टीम को नया जोश मिलेगा। गिल ने टेस्ट टीम में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली है और अब उनकी भूमिका और बढ़ने की उम्मीद है। गिल का उपकप्तान बनना भी टीम के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, क्योंकि वे भविष्य के अच्छे कप्तान साबित हो सकते हैं।
अब देखना होगा कि आगामी एशिया कप और ऑस्ट्रेलिया दौरे में ये युवा खिलाड़ी अपनी काबिलियत कैसे दिखाते हैं और कप्तानी की जिम्मेदारी कितनी अच्छी तरह निभाते हैं। भारतीय क्रिकेट फैन्स की नजरें भी इन फैसलों पर लगी हैं क्योंकि टीम का भविष्य इन चुनौतियों से तय होगा।