इंग्लैंड के खिलाफ जारी 5 टेस्ट मैचों की सीरीज को लेकर भारतीय टीम का जब ऐलान हुआ, तो एक बात ने सभी का ध्यान खींचा श्रेयस अय्यर और सरफराज खान जैसे नाम टीम से बाहर थे। ऐसे में सवाल उठना लाज़मी था कि आखिर इतने शानदार फॉर्म में होने के बावजूद अय्यर को क्यों नजरअंदाज किया गया? इस पूरे मुद्दे पर पूर्व ओपनर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने खुलकर अपनी राय रखी है। उन्होंने बताया कि भले ही अय्यर का प्रदर्शन घरेलू क्रिकेट और व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में दमदार रहा हो, लेकिन इंग्लैंड जैसे मुश्किल दौरे के लिए उन्हें अभी और इंतज़ार करना होगा।
वहीं अगर श्रेयस अय्यर के हाल में हुए IPL 2025 पर नजर डाले तो उन्होंने 604 रन बनाए,175.07 की स्ट्राइक रेट से और इस दौरान उन्होंने 39 छक्के जड़े। साथ ही उन्होंने पंजाब किंग्स को फाइनल तक पहुंचाया। इतना ही नहीं, प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी अय्यर का बल्ला खूब चला। 9 मैचों में 699 रन,2 शतक और 3 अर्धशतक, ये आंकड़े बताते हैं कि अय्यर लय में हैं, और टेस्ट टीम में उनकी दावेदारी हो सकती थी। लेकिन फिर क्यों नहीं मिली जगह? आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस पर चर्चा करते हुए कहा “बल्लेबाज़ी में कोई समस्या नहीं है, लेकिन अय्यर को सीधे मौका नहीं मिलेगा। इंग्लैंड दौरे के लिए वो कभी भी फर्स्ट चॉइस नहीं होते। जो खिलाड़ी पहले से स्क्वॉड में हैं, उन्हें भी पूरे मौके नहीं मिले हैं।”
चोपड़ा ने उदाहरण देते हुए कहा कि सरफराज खान, जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बनाए हैं, वो भी टीम में नहीं हैं। ध्रुव जुरेल जैसे युवा खिलाड़ी बेंच पर बैठे हैं। ऐसे में अय्यर को मौका मिलना तुरंत संभव नहीं लगता। आकाश चोपड़ा ने यह भी माना कि अय्यर में टैलेंट की कोई कमी नहीं है, लेकिन फिलहाल टीम में कंपटीशन बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा “मुझे पता है कि उनका फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड अच्छा है, IPL में गज़ब खेले, व्हाइट-बॉल में भी शानदार फॉर्म में हैं… लेकिन टेस्ट टीम में सिलेक्शन के लिए सब्र ज़रूरी है। उनका वक्त आएगा।” इस इंग्लैंड दौरे पर कुछ चौंकाने वाले फैसले भी हुए हैं। 8 साल बाद करुण नायर की वापसी हुई, और साई सुदर्शन को टेस्ट डेब्यू का मौका मिला।