जैक रसेल कभी इंग्लैंड के जाने-माने विकेटकीपर-बल्लेबाज थे। अब वह लंदन की एक पॉश जगह में पेंटिंग बनाते हैं। उनका खेल से भरा करियर 1988 से 1998 तक चला, जिसमें उन्होंने 54 टेस्ट और 40 वनडे खेले। उन्होंने भारत के खिलाफ कई मैच खेले जिसमें सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले और मोहम्मद अज़हरुद्दीन जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल थे।
आज वो पूरी तरह पेंटिंग में लगे हुए हैं। उनके पास फोन नहीं है, व्हाट्सएप भी नहीं चलाते। उनसे संपर्क करने का एकमात्र तरीका ईमेल है। अगर किसी को उनसे मिलना हो, तो लंदन की क्रिस बीटल्स गैलरी में मिलने का अच्छा मौका होता है। वह यहां अपने बनाए हुए चित्रों की प्रदर्शनी लगाते हैं।
रसेल की बैटिंग स्टाइल थोड़ी अलग थी। वह अजीब तरीके से खड़े होते थे, धूप के चश्मे पहनते थे और एक पुरानी सी टोपी पहना करते थे जो उनके शरीर का हिस्सा लगती थी। विकेट के पीछे उनकी फुर्ती लाजवाब थी और इसी वजह से उन्हें इंग्लैंड का बेहतरीन विकेटकीपर माना जाता है।
रिटायरमेंट के 20 साल बाद भी जैक क्रिकेट से जुड़े हुए हैं, लेकिन अब कैनवास और ब्रश के ज़रिए। वह रोज़ाना पेंटिंग करते हैं। उन्हें बचपन से ही आर्ट का शौक था, लेकिन क्रिकेट के दौरान बारिश में जब खेल रुकता था, तब वह स्केच बनाते थे। उसी समय उन्होंने पेंटिंग को सीरियसली लेना शुरू किया।
रसेल ने हाल ही में भारत के पहले इंग्लिश क्रिकेटर रणजीतसिंहजी की पेंटिंग बनाई। उन्होंने कहा कि वो हर साल इतिहास की किसी बड़ी शख्सियत की पेंटिंग बनाते हैं। पिछले साल उन्होंने डगलस जार्डिन की बनाई थी और इस बार रणजी को चुना क्योंकि उनका स्टाइल और कहानी बहुत खास है।
उन्होंने माना कि उन्हें पेंटिंग से ज़्यादा क्रिकेट से प्यार नहीं रहा। अब हर दिन वो बस पेंटिंग ही करते हैं और यही उनका असली काम है। उन्होंने कहा कि शायद अब तक उन्होंने पेंटिंग से ज़्यादा कमाया है जितना क्रिकेट से नहीं कमा पाए थे। हालांकि वह पैसों के लिए नहीं करते, बल्कि अपने शौक और जुनून के लिए।
भारत और पाकिस्तान के टूर उनके लिए बहुत खास थे। 1989 में वो नेहरू कप खेलने भारत आए थे और फिर 1996 वर्ल्ड कप के दौरान। उन्होंने वहां लोकल मार्केट में जाकर लोगों की तस्वीरें बनाई, होटल में बैठकर रेस्टोरेंट के लोगों और संगीतकारों की पेंटिंग्स बनाईं। उन्होंने कहा कि वो इंडिया में सड़कों पर पेंटिंग करते थे, लेकिन पुलिस उन्हें हटाने आ जाती थी। फिर भी उन्होंने वहां बहुत अच्छा वक्त बिताया और कहा कि वो ज़िंदगी भर भारत में रहकर पेंटिंग कर सकते हैं।
वह अब भी क्रिकेट देखते हैं। हाल ही में वह इंडिया और इंग्लैंड के टेस्ट मैच देखने लॉर्ड्स भी पहुंचे थे। उन्हें विकेटकीपरों की बात करना पसंद है। उन्होंने कहा कि ऋषभ पंत को देखना हमेशा मज़ेदार होता है, चाहे वो बैटिंग कर रहे हों या विकेटकीपिंग। उन्हें लगता है कि इंग्लैंड का युवा खिलाड़ी जैमी स्मिथ भविष्य में बहुत बड़ा नाम बनेगा।
रसेल का मानना है कि पंत में थोड़ा सुधार की ज़रूरत है, खासकर स्टंप के पास खड़े होने में। लेकिन वह मानते हैं कि यह सब सामान्य है और हर खिलाड़ी सीखते-सीखते ही आगे बढ़ता है।