Virat Kohli and Rohit Sharma Image Source: Social Media
Cricket

रोहित-वीरेंद्र सहवाग ने जल्दी लिया संन्यास: योगराज सिंह

विराट-रोहित के संन्यास पर योगराज ने दी प्रतिक्रिया

Anjali Maikhuri

भारत के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह अक्सर अपने अजीबो गरीब बयानों के लिए चर्चा में बने रहते हैं और जब भारत के कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से अपनी रिटायरमेंट की घोषणा की तो इस बात से हर कोई दुखी था और दोनों के लिए फैंस क्रिकेट विशेषज्ञ और पूर्व क्रिकेटर्स ने दोनों ही खिलाड़ियों के लिए भावुक पोस्ट की और इस बिच अब योगराज सिंह ने विराट और रोहित शर्मा के रिटायरमेंट पर अपनी राय सामने राखी है।

विराट कोहली की टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ने क्रिकेट जगत को हिला दिया है , हर कोई हैरान है की आखिर विराट कोहली ने इतने जल्दी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा क्यों कहा, और बहुत सी खबरें ऐसी भी हैं की विराट इस फॉर्मेट से इतने जल्दी रिटायरमेंट नहीं लेना चाहते थे।

योगराज सिंह ने एक चैनल के माध्यम से अपनी बात सामने रखते हुए विराट के टेस्ट में प्रभाव पर बात की उन्होंने कहा,

'विराट बड़े खिलाड़ी हैं तो जाहिर तौर पर नुकसान होगा.''
Yograj Singh

उन्होंने 2011 में भारत की टीम में हुए बदलाव के बारे में बात की

"जब 2011 में कई खिलाड़ियों को या तो हटा दिया गया, या उन्हें रिटायरमेंट के लिए मजबूर किया गया, तो टीम बिखर गई और अभी भी वापस खड़ी नहीं हुई है।"

उन्होंने माना की हर किसी का समय आता है, योगराज का मानना ​​है कि कोहली और रोहित दोनों में अभी भी क्रिकेट बाकी है।

उन्होंने कहा,

'मुझे लगता है कि विराट और रोहित में अभी भी काफी क्रिकेट बाकी है।''
Virat Kohli and Rohit Sharma

अपने बेटे युवराज सिंह के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर होने पर योगराज ने बात की और कहा,

"जब वह संन्यास ले रहे थे तो मैंने युवी (युवराज सिंह) से कहा था कि यह सही कदम नहीं है। जब कोई चल नहीं सकता तो उसे मैदान से दूर चले जाना चाहिए।"

उन्होंने कहा,

"अगर आप युवाओं से भरी टीम बनाते हैं, तो यह हमेशा बिखर जाएगी।"
"शायद विराट को लगता है कि उनके पास हासिल करने के लिए और कुछ नहीं बचा है,"

रोहित शर्मा पर बात करते हुए कहा , अगर उन्हें सही सपोर्ट मिलता तो भारतीय कप्तान अपने टेस्ट करियर को आगे बढ़ा सकते थे।

उन्होंने कहा,

"मुझे लगता है कि रोहित शर्मा को रोजाना प्रेरित करने के लिए सिर्फ एक व्यक्ति की जरूरत थी, उदाहरण के लिए, सुबह 5 बजे दौड़ने के लिए जाना।"

उन्होंने कहा, "रोहित (शर्मा) और वीरेंद्र सहवाग दो ऐसे लोग हैं जिन्होंने बहुत जल्दी संन्यास ले लिया।"

योगराज ने इमोशनल होते हुए कहा , "महानतम खिलाड़ियों को 50 साल की उम्र तक खेलना चाहिए... मैं उनके संन्यास से दुखी हूं क्योंकि अब युवाओं को प्रेरित करने वाला कोई नहीं बचा है।"