Nitish Reddy Image Source: Social media
Cricket

Pat Cummins की सलाह से Reddy ने इंग्लैंड में किया कमाल

Cummins की सीख से Reddy ने इंग्लैंड में मचाया तहलका

Anjali Maikhuri

Nitish Kumar Reddy ने टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड का सफर शुरू करने से पहले, अपनी पूरी तैयारी योजना बदली। उन्होंने यह सीख ली कि ऑस्ट्रेलिया दौरे में गेंदबाज़ी के प्रदर्शन से वह संतुष्ट नहीं थे और इंग्लैंड की सर्द मौसम और नमी वाली परिस्थितियों के लिए अपनी गेंदबाज़ी में सुधार करना ज़रूरी था। इस संदर्भ में उन्होंने अपनी IPL टीम, Sunrisers Hyderabad के कप्तान Pat Cummins से सलाह ली। Cummins ने उन्हें समझाया कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में मौसम का बड़ा असर होता है और गेंदबाज़ी में समझदारी से काम लेना होता है ।

Nitish ने प्रेस मीट में बताया, “मैंने Cummins से पूछा कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में अंतर क्या है, क्योंकि यह मेरा पहला इंग्लैंड दौरा है। उन्होंने कहा कि मौसम को समझो और अपना खेल खे लो।” उन्होंने कहा कि India A के कुछ मैच खेलने से उन्हें वहां की परिस्थितियों से परिचित होने का मौका मिलेगा ।

Nitish की गेंदबाज़ी में सुधार का श्रेय उन्होंने IPL के बाद अपने आत्म-संकल्प को भी दिया। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद उन्होंने खुद से तय किया कि उन्हें अपनी गेंदबाज़ी बेहतर करनी है। नई रणनीति के तहत, तीसरे टेस्ट के पहले दिन उन्होंने England के दोनों सलामी बल्लेबाज़—Ben Duckett और Zak Crawley—को तीसरे ही ओवर में पवेलियन भेज दिया, जिसने मैच में Indian टीम को शुरुआती बढ़त दिलाई  ।

इसके अलावा, Nitish ने Indian गेंदबाज़ी कोच Morne Morkel के साथ अपनी बातचीत का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि Morkel के साथ अभ्यास से गेंदबाज़ी की समझ में सुधार हुआ है और वे उनका मार्गदर्शन पसंद कर रहे हैं। इस तेज विकास ने उन्हें पहले टेस्ट सीरीज की दूसरी पारी से England के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन करने को प्रेरित किया।

नतीजा यह हुआ कि Lord’s टेस्ट के पहले दिन, Reddy ने disciplined लाइन, स्विंग और विकेट लेने की क्षमता दिखाई। इससे India की गेंदबाज़ी मजबूत बनी, भले ही तेज़ गेंदबाज़ Jasprit Bumrah, Mohammed Siraj और Akash Deep पहले ही लाइन-अप में मौजूद थे । वही Cummins से मिली सलाह, Morne Morkel के साथ मिले प्रशिक्षण, और खुद की मेहनत मिलकर सफलता की वजह बनी।

इस तरह Reddy ने साबित कर दिया कि एक उभरता खिलाड़ी अगर उचित मार्गदर्शन और सही सोच रखता है, तो वह बड़े मंच पर भी अपना दबदबा बना सकता है।