इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया अब मैनचेस्टर पहुंच चुकी है, जहां 23 जुलाई से सीरीज का चौथा टेस्ट मैच खेला जाना है। सीरीज में भारत 1-2 से पीछे है, और ऐसे में ये मैच बहुत अहम हो गया है। लेकिन मैदान पर उतरने से पहले ही एक चर्चा ज़ोर पकड़ चुकी है। और वो जुड़ी है शुभमन गिल के तेवरों और उस पर रिकी पॉन्टिंग की राय से। लॉर्ड्स टेस्ट में जब शुभमन गिल कप्तान बने, तो उनके अंदाज़ में एक अलग ही एग्रेसन देखने को मिला। फील्डिंग सेट करना हो, खिलाड़ियों से बात हो या इंग्लिश बल्लेबाजों के साथ स्लेजिंग गिल का रवैया पूरे मैच में बेहद अग्रेसिव रहा। कुछ लोगों को ये थोड़ा ज्यादा लगा, तो कुछ को लगा कि यही वो तेवर है जो एक कप्तान को चाहिए। यहां से तुलना शुरू हो गई। विराट कोहली से लेकर रिकी पॉन्टिंग तक।
ये सवाल जसप्रीत बुमराह की पत्नी और ICC की प्रजेंटर संजना गणेशन ने उनसे पूछ ही लिया। उन्होंने पॉन्टिंग से सीधे पूछा क्या शुभमन का ये एग्रेसिव अप्रोच आपको चौंकाने वाला लगा? पॉन्टिंग का जवाब सीधा था, लेकिन काफी मजबूत भी। उन्होंने कहा, “नहीं, मुझे हैरानी नहीं हुई। बतौर कप्तान शुभमन बस एक संदेश देना चाह रहा था – कि ये मेरी टीम है और हम ऐसे ही खेलते हैं। वो अपने खिलाड़ियों के पीछे खड़ा था, और कप्तान का यही काम होता है। पॉन्टिंग का ये स्टेटमेंट सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। ICC ने इस बातचीत की वीडियो क्लिप भी पोस्ट की, जिसमें जवाब देने से पहले रिकी पॉन्टिंग के पुराने एग्रेसिव मोमेंट्स भी दिखाए गए। यानी क्रिकेट की दुनिया में एक अग्रेसिव कप्तान ने दूसरे अग्रेसिव कप्तान को सही ठहराया है।
दूसरी तरफ, मैनचेस्टर टेस्ट से पहले मोहम्मद सिराज का भी एक बयान सामने आया है, जिसने साफ कर दिया है कि मैदान पर फिर से गर्मी देखने को मिलेगी। सिराज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हम कुछ भी प्लान करके नहीं करते। अगर बल्लेबाज़ अच्छी बैटिंग कर रहा होता है, तो उसे थोड़ी छेड़खानी करके बाहर निकालना ज़रूरी हो जाता है। कभी वो तरीका काम करता है, कभी नहीं। ”यानि बात अब सिर्फ रन बनाने और विकेट लेने की नहीं है। खिलाड़ियों की स्लेजिंग और माइंड गेम सब कुछ चौथे टेस्ट में देखने को मिलेगा। और इस बार सभी की नज़रें शुभमन गिल पर रहेंगी। क्योंकि जिस अंदाज़ में उन्होंने कप्तानी शुरू की है, वो अब सिर्फ एक मैच की बात नहीं रही, ये उनके लीडरशिप स्टाइल का ट्रेलर है।