आज के दिन पिछले साल ग्लैन मैक्सवेल ने एक क्लच पारी खेली थी। एक ऐसी पारी जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच विश्व कप का मैच खेला जाना था। अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 291 रन बोर्ड पर टांगे। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया के टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। अफगानिस्तान के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को क्रीज पर टिकने नहीं दिया। दूसरे ओवर से शुरु हुए विकेट गिरने के सिलसिले ने जल्दी ही स्कोरबोर्ड को 91 रन पर 7 विकेट तक पहुंचा दिया।
मैक्सवेल ने खेली अद्भुत पारी
लगातार गिरते विकेट्स के बीच मैक्सवेल ने एक छोर संभाले रखा। स्टार्क के आउट होने के बाद मैक्सवेल ने पैट कमिंस के साथ साझेदारी की। और जब पारी खत्म हुई तो यह ODI क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी पार्टनरशिप बन गई। मैक्सवेल और कमिंस ने आठवें विकेट के लिए 200 से भी ज्यादा रनों की साझेदारी की। पैर में क्रैंप्स आने बावजूद भी मैक्सवेल क्रीज छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे। मैक्सवेल को समझ आ चुका था की वो चल के शॉट्स नहीं लगा सकेंगे तो उन्होंने अफगानिस्तान के गेंदबाजों को खड़े-खड़े शॉट्स लगाने शुरु कर दिए।
ऑस्ट्रेलिया के 7 विकेट गिरने के बाद सबने मान लिया था की इस मैच को अफगानिस्तान बड़ी आसानी के साथ जीतने वाला है। लेकिन मैक्सवेल के इरादे कुछ और थे। मेक्सवैल की यह पारी ODI इतिहास की सबसे बेहतरीन पारी में शुमार हुई। इस पारी के दौरान मैक्सवेल ने कई कीर्तीमान रचे। मैक्सवेल ऑस्ट्रेलिया के लिए ODI में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। पैट कमिंस और ग्लैन मैक्सवेल आठवें विकेट के लिए 200 रन की साझेदारी करने वाले पहले खिलाड़ी बने। आज मैक्सवेल की इस पारी को एक साल पूरे हुए।