दक्षिण अफ्रीका ने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया को हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का खिताब जीत लिया और इसी के साथ उन्होंने 21वीं सदी का अपना पहला ICC टूर्नामेंट जीत लिया। ये मुकाबला इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेला गया, जहां साउथ अफ्रीका ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया। आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका ने कोई बड़ा आईसीसी खिताब 1998 में जीता था, जब उन्होंने ICC नॉकआउट ट्रॉफी के फाइनल में वेस्टइंडीज को हराया था।
इस ऐतिहासिक जीत में तीन खिलाड़ियों ने अहम भूमिका निभाई – कगिसो रबाडा, एडेन मार्कराम और कप्तान टेम्बा बावुमा। रबाडा ने दोनों पारियों में दमदार गेंदबाज़ी करते हुए कुल 9 विकेट चटकाए और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को टिकने नहीं दिया। वहीं, मार्कराम ने 136 रनों की शानदार पारी खेली, जिससे टीम को 282 रनों का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिली। दूसरी पारी में कप्तान बावुमा ने 66 रन बनाकर टीम को स्थिरता दी और मार्कराम के साथ मिलकर 147 रनों की साझेदारी की।
मैच के बाद बावुमा ने कहा कि ये जीत टीम के लिए और पूरे देश के लिए बेहद खास है। उन्होंने माना कि ये जीत पूरी तरह से अभी समझ नहीं आ रही है और इसे महसूस करने में थोड़ा वक्त लगेगा।
बावुमा बोले,
“हमने कड़ी मेहनत की थी, बहुत विश्वास के साथ मैदान में उतरे थे। कुछ लोगों को हम पर भरोसा नहीं था, लेकिन हमने साबित कर दिया कि हम क्या कर सकते हैं। यह जीत सिर्फ टीम के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए है।”
उन्होंने आगे कहा,
“रबाडा जैसे खिलाड़ी बहुत कम होते हैं, वो अभी से ही हॉल ऑफ फेम के दावेदार हैं। और एडेन मार्कराम ने भी शानदार खेल दिखाया, जब लोग उनकी जगह पर सवाल उठा रहे थे, उन्होंने जवाब बल्ले से दिया।”
इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बाद तीसरी टीम बन गई है जिसने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीता है। बावुमा ने कहा कि ये जीत देश को एकजुट करने का मौका है और अब वक्त है जश्न मनाने का।