भारत की तीनों सेनाओं ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने Virat Kohli का जिक्र किया। उन्होंने Kohli को अपना पसंदीदा क्रिकेटर बताते हुए क्रिकेट और सेना के ऑपरेशन की तुलना की। यह दिखाता है कि क्रिकेट का प्रभाव हर क्षेत्र में है।
सोमवार को भारत की तीनों सेनाओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर एक जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस ऑपरेशन के तहत भारत ने पाकिस्तान और POK में मौजूद आतंकी ठिकानों पर एक साथ सैन्य कार्रवाई की। इस अहम मौके पर देश के DGMO (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने क्रिकेट और खासतौर पर Virat Kohli का नाम लेते हुए एक दिलचस्प बात कही।
जनरल घई ने कहा, “मैं Virat Kohli का टेस्ट से रिटायरमेंट वाला वीडियो देख रहा था। जैसे बाकी भारतीयों के लिए, वैसे ही मेरे लिए भी वो सबसे पसंदीदा क्रिकेटर हैं।”
उन्होंने क्रिकेट की दुनिया और सेना के ऑपरेशन में एक अनोखी तुलना भी की। उन्होंने 70 के दशक की Ashes सीरीज़ का ज़िक्र किया जिसमें ऑस्ट्रेलिया के दो घातक गेंदबाज़ Jeff Thomson और Dennis Lillee ने इंग्लैंड की टीम को परेशान कर दिया था। उन्होंने कहा, “एक कहावत थी – ‘Ashes to ashes, dust to dust, agar Thommo se बच गए तो Lillee ज़रूर पकड़ लेगा’। हमारी ऑपरेशन रणनीति में भी कुछ ऐसा ही है – कोई न कोई लेयर दुश्मन को पकड़ ही लेगी।”
Virat Kohli ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है। उन्होंने भारत के लिए 123 टेस्ट खेले, जिसमें उन्होंने 9,230 रन बनाए। उनका औसत 46.85 रहा और उन्होंने 30 शतक और 31 अर्धशतक जमाए। उनका बेस्ट स्कोर 254* रहा। टेस्ट में वो भारत के चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं – उनसे आगे सिर्फ Sachin Tendulkar, Rahul Dravid और Sunil Gavaskar हैं।
कप्तान के तौर पर भी Kohli का रिकॉर्ड शानदार रहा। उन्होंने 68 टेस्ट में कप्तानी की और 5,864 रन बनाए, जिसमें 20 शतक शामिल हैं। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने विदेशी ज़मीन पर भी कई यादगार जीत हासिल कीं।
Kohli का नाम जिस तरह से एक सैन्य ब्रीफिंग में आया, वो दिखाता है कि क्रिकेट का असर देश के हर कोने और हर फील्ड में है।