शतक के बाद राहुल ने टीम इंडिया की रणनीति पर उठाए सवाल Source : Social Media
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लीड्स टेस्ट में शतक के बाद KL Rahul का बड़ा बयान,Team India पर बरसे KL Rahul?

शतक के बाद राहुल ने टीम इंडिया की रणनीति पर उठाए सवाल

Juhi Singh

लीड्स टेस्ट का चौथा दिन भारत के लिए जितना शानदार रहा, उतना ही दिलचस्प रहा केएल राहुल का मैच के बाद दिया गया बयान। उन्होंने मैदान पर बल्ले से धमाल मचाया और ड्रेसिंग रूम में शब्दों से हलचल पैदा कर दी। उनकी कही कुछ बातें यह इशारा करती दिखीं कि शायद टीम इंडिया की प्लानिंग और चयन नीति से वह पूरी तरह खुश नहीं हैं। लीड्स में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच की दूसरी पारी में केएल राहुल ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 137 रन बनाए। उन्होंने 247 गेंदों का सामना किया और 18 चौकों की मदद से अपनी पारी को शतक तक पहुंचाया। राहुल की इस पारी की बदौलत ही भारत ने इंग्लैंड के सामने 371 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा। लेकिन जब चौथे दिन का खेल खत्म हुआ और राहुल मीडिया के सामने आए, तो उन्होंने सिर्फ अपनी बल्लेबाजी की बात नहीं की, बल्कि दिल की बातें भी साझा कीं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में केएल राहुल से जब उनके फॉर्म को लेकर सवाल पूछा गया, तब उन्होंने कहा "बीते कुछ सालों में मैं अपनी पोजिशन भूल चुका था। कभी ओपनिंग करनी होती थी, कभी नंबर 3 पर खेलना होता था, तो कभी 5वें या उससे भी नीचे।" राहुल का ये बयान कहीं न कहीं टीम मैनेजमेंट की रणनीतियों पर सवाल उठाता नजर आया। भारतीय टीम में पिछले कुछ सालों में लगातार बल्लेबाजी क्रम में बदलाव होते रहे हैं। कभी रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग, कभी मध्यक्रम में जिम्मेदारी इससे बल्लेबाजों की स्थिरता पर असर पड़ता है। राहुल ने बिना किसी को सीधे निशाना बनाए यह इशारा जरूर किया कि टीम इंडिया के थिंक टैंक की ओर से लगातार बदलती जिम्मेदारियों ने उनकी बल्लेबाजी पर असर डाला।

हालांकि राहुल ने अपनी बात को संतुलित करते हुए यह भी कहा कि "मुझे जो भी जिम्मेदारी दी गई, मैंने उसे निभाने की कोशिश की। इससे मुझे खुद को नए चैलेंज देने का मौका मिला। हर मौके का लुत्फ उठाया है।" यानी उन्होंने यह भी साफ किया कि हर मौके को चुनौती मानकर उन्होंने उसे स्वीकार किया और उसका पूरा आनंद लिया। इससे पता चलता है कि राहुल भले ही निरंतर बदलती भूमिका से असहज रहे हों, लेकिन उन्होंने कभी उसे बहाने के रूप में नहीं लिया। राहुल ने आगे यह भी कहा कि पहले वह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाते थे, लेकिन अब चीजें बदल रही हैं। रन बनाने से और लगातार मौके मिलना उनके आत्मविश्वास को बढ़ा रहा है। "अब जब भी देश के लिए खेलने का मौका मिलता है, मैं अपना बेस्ट देना चाहता हूं। टीम में लगातार मौका मिलना भी शानदार है।