Virat Kohli Image Source: Social Media
Cricket

'Is it too late to call him out of retirement? ...'Shashi Tharoor

क्या कोहली के बिना टीम अधूरी

Anjali Maikhuri

इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज़ में भारत की हालत कुछ खास अच्छी नहीं रही। टीम 1-2 से पीछे चल रही है और आखिरी टेस्ट मैच भी हाथ से निकलता नजर आ रहा है। इसी बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर एक ऐसी बात कह दी जो देखते ही देखते वायरल हो गई। उन्होंने कहा कि उन्हें विराट कोहली की कमी पूरी सीरीज़ में महसूस हुई, लेकिन इस टेस्ट में सबसे ज़्यादा।

शशि थरूर का मानना है कि अगर विराट कोहली मैदान पर होते, तो शायद मैच का नतीजा कुछ और होता। उन्होंने कोहली की बैटिंग, आक्रामक सोच और कप्तानी की तारीफ करते हुए लिखा, "क्या अब भी देर नहीं हुई? विराट, देश को तुम्हारी जरूरत है!" यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैल गया, और फैन्स ने भी इस पर जमकर रिएक्शन दिया।

विराट कोहली इस सीरीज़ में निजी कारणों से शामिल नहीं हैं। वो फिलहाल क्रिकेट से छोटा सा ब्रेक ले रहे हैं। लेकिन उनकी गैरमौजूदगी को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। फैन्स से लेकर क्रिकेट एक्सपर्ट्स तक सभी मानते हैं कि कोहली जैसे खिलाड़ी की टीम को इस मुश्किल वक्त में सख्त जरूरत है।

शशि थरूर के ट्वीट ने एक बार फिर ये बहस छेड़ दी है कि क्या मौजूदा भारतीय टीम दबाव वाले हालात में टिकने लायक है। इंग्लैंड के खिलाफ ये सीरीज़ आसान नहीं रही। भारत ने पहली पारी में सिर्फ 224 रन बनाए थे, लेकिन गेंदबाज़ों ने अच्छा खेल दिखाते हुए इंग्लैंड को 247 पर रोक दिया। इसके बाद यशस्वी जायसवाल ने शानदार शतक लगाया और भारत ने दूसरी पारी में 396 रन बना दिए। इंग्लैंड को जीत के लिए 374 रनों का लक्ष्य मिला।

एक समय इंग्लैंड ने अपने तीन विकेट 106 रन पर गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद हैरी ब्रूक (111) और जो रूट (105) ने मिलकर 195 रनों की मजबूत साझेदारी की और मैच का रुख ही पलट दिया। जब बारिश ने खेल रोक दिया, उस वक्त इंग्लैंड 339/6 पर था और उन्हें जीत के लिए सिर्फ 35 रन चाहिए थे।

भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी इस सीरीज़ में कुछ खिलाड़ियों के भरोसे ही चलती नजर आई। कप्तान शुभमन गिल ने पहली बार कप्तानी करते हुए 700 से ज़्यादा रन बनाए हैं, वहीं यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल और ऋषभ पंत ने भी योगदान दिया है। लेकिन टीम को विराट कोहली जैसी बड़ी और मजबूत सोच वाले खिलाड़ी की कमी साफ नजर आई।

कोहली की खास बात सिर्फ उनकी बैटिंग नहीं होती, बल्कि वो मैदान पर हर खिलाड़ी को जोश और ऊर्जा से भर देते हैं। उनकी उपस्थिति ही काफी होती है। उनकी कप्तानी का अनुभव, तेज़ फैसले लेने की काबिलियत और गेम को पढ़ने की समझ, इन सबकी कमी मौजूदा टीम में महसूस की जा रही है।

चाहे वो फील्डिंग सेट करना हो, गेंदबाज़ों को सही दिशा देना हो या फिर खुद क्रीज़ पर टिककर टीम को आगे ले जाना, विराट कोहली इन सबमें माहिर माने जाते हैं। शायद इसी वजह से शशि थरूर जैसे लोग भी अब उनकी वापसी की बात कर रहे हैं। यह मांग अब सोशल मीडिया से निकलकर क्रिकेट सर्कल में भी चर्चा का विषय बन चुकी है।

टीम मैनेजमेंट फिलहाल मौजूदा टीम को पूरा सपोर्ट कर रहा है, लेकिन फैन्स और एक्सपर्ट्स को लगता है कि कोहली की मौजूदगी से टीम का बैलेंस और मनोबल दोनों सुधर सकता था।

अगर भारत यह आखिरी टेस्ट हार जाता है, तो सीरीज़ 3-1 से इंग्लैंड के नाम हो जाएगी और एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी भी भारत के हाथ से चली जाएगी। ऐसे में सवाल उठना लाज़मी है—क्या विराट कोहली की वापसी अब ज़रूरी हो चुकी है?

इस सीरीज़ ने साफ कर दिया है कि अनुभवी खिलाड़ियों की अहमियत अब भी उतनी ही है जितनी पहले थी। युवा खिलाड़ी बेहतर खेल दिखा रहे हैं, लेकिन बड़े मौकों पर अनुभव ही काम आता है।

शशि थरूर का ट्वीट भले ही मज़ाकिया अंदाज में था, लेकिन उसमें छिपी बात को कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता। "विराट, देश को तुम्हारी ज़रूरत है!"—ये लाइन सिर्फ एक राजनेता का बयान नहीं, बल्कि करोड़ों फैन्स की भावनाएं बन चुकी है।