ऋषभ पंत, जितेश शर्मा Image Source: Social Media
Cricket

IPL 2025: ऋषभ पंत ने जताई जितेश शर्मा को रनआउट करने पर नाराज़गी नहीं, लेकिन कहानी कुछ और!

ऋषभ पंत ने अपील वापस ली, असली वजह कुछ और !

Nishant Poonia

IPL 2025 में RCB और LSG के बीच मुकाबले में ऋषभ पंत ने जितेश शर्मा को रनआउट करने पर नाराज़गी नहीं जताई। हालांकि, असल वजह यह थी कि गेंदबाज़ का एक्शन पूरा हो चुका था, इसलिए रनआउट मान्य नहीं था। जितेश ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 85 रन बनाए और RCB ने जीत हासिल की।

IPL 2025 में मंगलवार को हुए RCB और LSG के बीच मुकाबले में एक दिलचस्प घटना ने सभी का ध्यान खींचा। मैच के दौरान RCB के बल्लेबाज़ जितेश शर्मा एक बार रनआउट होते-होते बच गए और सबको लगा कि ऋषभ पंत ने स्पोर्ट्समैनशिप दिखाते हुए अपील वापस ले ली। लेकिन असली वजह कुछ और ही निकली।

ये वाकया RCB की पारी के 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर हुआ। LSG के बाएं हाथ के स्पिनर दिग्वेश राठी ने बॉल डालते वक्त अचानक बॉलिंग एक्शन रोककर नॉन-स्ट्राइकर एंड पर स्टंप्स गिरा दिए। जितेश उस समय क्रीज़ से बाहर थे। मामला थर्ड अंपायर के पास गया और रिप्ले में साफ दिखा कि जितेश क्रीज़ के बाहर थे। सबको लगा कि आउट दिया जाएगा, लेकिन स्क्रीन पर ‘Not Out’ आया।

जितेश शर्मा, आवेश खान और ऋषभ पंत

इसके बाद मैदान पर मौजूद ऋषभ पंत और अवेश खान ने अंपायर्स को बताया कि वो अपील वापस ले रहे हैं। यह देख जितेश शर्मा खुद पंत को गले लगाकर शुक्रिया कहते नजर आए। उस समय जितेश 57 रन पर थे और RCB को जीत के लिए 19 गेंदों में 29 रन की जरूरत थी।

मैच के बाद कमेंट्री में दीप दासगुप्ता ने कहा, “पंत ने कहा कि हमें ये विकेट नहीं चाहिए, इसलिए आउट नहीं दिया गया।” लेकिन असल बात ये थी कि अगर पंत अपील वापस नहीं भी लेते, तब भी जितेश आउट नहीं माने जाते।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु

MCC के नियम 38.3.1 के मुताबिक, अगर गेंदबाज़ अपना गेंदबाज़ी एक्शन पूरा कर चुका हो, तो फिर रनआउट नहीं दिया जा सकता। रिप्ले में दिखा कि राठी ने अपना एक्शन पूरा कर लिया था और उसके बाद ही स्टंप्स गिराए थे, इसलिए ये रनआउट मान्य नहीं था।

जितेश शर्मा ने इसके बाद शानदार बल्लेबाज़ी की और 85 रन बनाकर नॉट आउट रहे। RCB ने 229 रनों का बड़ा टारगेट 18.4 ओवर में ही हासिल कर लिया और पॉइंट्स टेबल में दूसरे नंबर पर पहुंच गई। अब क्वालिफायर 1 में उनका मुकाबला पंजाब किंग्स से होगा।

यह घटना फैंस के लिए एक उदाहरण बन गई कि खेल में नियम और भावना, दोनों की अहमियत होती है।