कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए एक रोमांचक मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को 2 विकेट से हराकर 180 से ज़्यादा रन का टारगेट चेज़ कर नया इतिहास रच दिया। यह पहली बार हुआ जब चेन्नई ने 2018 के बाद इतने बड़े स्कोर का पीछा कर जीत हासिल की हो। इस जीत में धोनी की कप्तानी, ब्रेविस का धमाकेदार अर्द्धशतक और डुबे की संयमित बल्लेबाज़ी अहम रही।
पहले बैटिंग करते हुए KKR ने 179 रन बनाए। अजिंक्य रहाणे (48), आंद्रे रसेल (38) और सुनील नरेन (26) की शानदार पारियों ने टीम को मज़बूत स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में चेन्नई की शुरुआत बेहद खराब रही। पावरप्ले में ही टीम ने 5 विकेट गंवा दिए और स्कोर सिर्फ 62 रन था। आयुष माटरे और डेवोन कॉनवे खाता भी नहीं खोल पाए, वहीं उर्विल पटेल, अश्विन और जडेजा भी ज़्यादा देर नहीं टिके।
ऐसे में मोर्चा संभाला डेवाल्ड ब्रेविस और शिवम डुबे ने। ब्रेविस ने सिर्फ 25 गेंदों में 52 रन बनाते हुए मैच की रफ्तार पलट दी, जिसमें 4 चौके और 4 छक्के शामिल थे। डुबे ने संभलकर खेलते हुए 40 गेंदों में 45 रन बनाए और ब्रेविस के साथ मिलकर 50 रनों की साझेदारी की। दोनों की यह पार्टनरशिप मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई।
लेकिन जब दोनों सेट बल्लेबाज़ आउट हो गए, तब सारी उम्मीदें कप्तान धोनी पर टिकी थीं। धोनी ने एक बार फिर अपनी शांत सोच और अनुभव से मैच को खत्म किया। उन्होंने 18 गेंदों पर 17 रन बनाकर आखिरी ओवर तक टिके रहकर टीम को जीत दिलाई।
KKR की तरफ से हर्षित राणा, वरुण चक्रवर्ती और वैभव अरोड़ा ने शुरुआती झटके दिए, लेकिन डेथ ओवर्स में टीम लय गंवा बैठी। फील्डिंग में भी कुछ गलतियां हुईं जिसने मुकाबले को चेन्नई की तरफ झुका दिया।
यह जीत चेन्नई के लिए बहुत मायने रखती है। 180+ रन का टारगेट चेज़ करना न सिर्फ उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा बल्कि आने वाले मैचों में भी टीम की रणनीति को मज़बूत करेगा। वहीं, ब्रेविस ने अपने खेल से बता दिया कि वह आने वाले सीज़न में चेन्नई की बड़ी ताकत बन सकते हैं।