Operation Sindoor Image Source: Social Media
Cricket

भारतीय क्रिकेटरों ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सेना को किया सलाम

भारतीय क्रिकेटरों ने आतंकवाद के खिलाफ सेना की तारीफ की

Darshna Khudania

भारत के पूर्व क्रिकेटरों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर भारतीय सेना की सरहाना की। वीरेंदर सेहवाग, सुरेश रैना और आकाश चोपड़ा ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी, जबकि भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने संयुक्त रूप से भाग लिया।

भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंदर सेहवाग, सुरेश रैना और आकाश चोपड़ा ने बुधवार को सोशल मीडिया पर भारतीय सेना की सरहाना की और 'ऑपरेशन सिंदूर' को सफलतापूर्वक अंजाम देने की बात कही। पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर (PoK) में 9 भारत-विरोधी आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।

वीरेंदर सेहवाग ने अपने आधिकारिक हैंडल पर एक शक्तिशाली नारे के साथ भारतीय सेना की सरहाना की और लिखा, "धर्मो रक्षति रक्षता जय हिंद की सेना #ऑपरेशन सिंदूर।" धर्मो रक्षति रक्षता का अंग्रेजी में मतलब है की 'धर्म उन लोगों की रक्षा करता है जो इसकी रक्षा करते हैं।' 

पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ सुरेश रैना ने भी भारतीय सेना की सरहाना की और फिस्ट इमोजी के साथ #ऑपरेशनसिंदूर #जयहिंद पोस्ट किया, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत द्वारा किए गए जवाबी हमले को दर्शाता है।

पूर्व भारतीय क्रिकटर आकाश चोपड़ा ने भी पोस्ट किया और लिखा, "हम एक साथ खड़े हैं। जय हिंद।"

Varun Chakravarthy's IG Story

इसके अलावा भारतीय स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने भी अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर 'ऑपरेशन सिंदूर' का लोगो पोस्ट किया। 

ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय आर्मी ने विशेष सटीक हथियार इस्तेमाल किए थे, जिसके तहत इस हमले में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक़ भारतीय सेना ने पाकिस्तान में चार ठिकानों को निशाना बनाया और उन्हें नष्ट कर दिया, जिसमें बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट के प्रमुख स्थान शामिल हैं। वही PoK में पांच अन्य ठिकानों को भी सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया। भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने सयुंक्त रूप से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।

सूत्रों ने आगे बताया की सभी 9 ठिकानों पर हमले सफल रहे। भारतीय सेना ने भारत में आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में शामिल जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के टॉप लीडरों को निशाना बनाने के लिए स्थानों का चयन किया। 1971 के बाद से पाकिस्तान के निर्विवाद क्षेत्र के अंदर भारत का सबसे बड़ा हमला था।