पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ का आग़ाज़ इंग्लैंड के लीड्स मैदान से हुआ, लेकिन भारत को इस मैच से जो उम्मीदें थीं, वो पूरी तरह धराशायी हो गईं। भले ही भारतीय बल्लेबाज़ों ने पूरे मैच में कुल 5 शतक लगाए हो, मगर इसके बावजूद टीम इंडिया को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। यह हार सिर्फ एक हार नहीं थी, बल्कि कई मायनों में ऐतिहासिक और सोचने का विषय है। क्योंकि टेस्ट क्रिकेट के 150 सालों के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी टीम ने पांच शतक लगाने के बावजूद कोई टेस्ट मैच गंवाया हो।
आइये एक नजर डालते है भारत और इंग्लैंड की ऐतिहासिक बल्लेबाज़ी पर
टीम इंडिया की ओर से पहली पारी में यशस्वी जायस्वाल, केएल राहुल और शुभमन गिल ने शानदार शतक लगाए। वहीं ऋषभ पंत ने पहली और दूसरी दोनों पारियों में शतक जड़ दिए।
ये टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार था जब 5 शतक के बावजूद कोई टीम हार गई।
इंग्लैंड की दूसरी पारी में इन दोनों सलामी बल्लेबाज़ों ने पहले विकेट के लिए 188 रनों की बड़ी साझेदारी की, जिसने भारत को पूरी तरह बैक फुट पर ला दिया।
यह साझेदारी भारत के खिलाफ चौथी पारी में अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी रही। इससे पहले कोई भी जोड़ी इस स्थिति में 150 रन तक नहीं पहुंची थी।
भारत के टेस्ट इतिहास में यह सिर्फ दूसरी बार हुआ है जब टीम 350 से अधिक रन का लक्ष्य बचाने में नाकाम रही हो। इससे पहले 2022 में भी इंग्लैंड ने 378 रनों का पीछा कर जीत दर्ज की थी।
बॉलिंग यूनिट चौथी पारी में एक बार फिर असफल साबित हुई। विकेट नहीं गिरा पाना और विरोधी बल्लेबाज़ों पर दबाव नहीं बना पाना हार की अहम वजह बना। बता दें पिछले 9 टेस्ट में 7 हार मिली है भारतीय टीम को दरअसल भारत की हालिया टेस्ट फॉर्म बेहद चिंताजनक है। पिछले 9 टेस्ट में 7 हार, 1 जीत और 1 ड्रॉ से साफ ज़ाहिर है कि टीम संतुलन खो चुकी है।