एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान की टीमें जब दुबई में आमने-सामने होंगी तो सबकी निगाहें सिर्फ बैट और बॉल पर ही नहीं, बल्कि सिक्के की बाज़ी यानी टॉस पर भी टिकी रहेंगी। क्रिकेट के इस महामुकाबले में अच्छा खेलने वाली टीम ही जीत दर्ज करेगी, लेकिन अच्छा खेलने के लिए भी अच्छी कंडिशन ज़रूरी है, और दुबई में ये कंडिशन मिलती है टॉस जीतने वाली टीम को।
दुबई में अब तक भारत और पाकिस्तान के बीच 3 टी20 मुकाबले खेले गए हैं और दिलचस्प बात ये है कि तीनों ही मैचों में लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम विजयी रही है। 2021 टी20 वर्ल्ड कप: पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से हराया। एशिया कप 2022 (पहला मैच): पाकिस्तान ने भारत को 5 विकेट से हराया। एशिया कप 2022 (दूसरा मैच): भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया। यानी दुबई में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम हमेशा मुश्किल में रही है। यही कारण है कि एशिया कप 2025 में जो भी टीम टॉस जीतेगी, वह पहले गेंदबाजी और फिर लक्ष्य का पीछा करने का फैसला करना चाहेगी।
सिर्फ दुबई ही नहीं, बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच हाल के मैचों में भी यही ट्रेंड देखने को मिला है। पिछले 8 मुकाबलों में से 7 बार चेज़ करने वाली टीम ने जीत दर्ज की है। यह आंकड़ा बताता है कि दबाव भरे मुकाबले में लक्ष्य का पीछा करना आसान और सफल रणनीति साबित हुआ है। दुबई की पिच की सबसे बड़ी खासियत है उसका व्यवहार – शुरुआत में पिच थोड़ी धीमी होती है, गेंद फंसकर आती है और बल्लेबाजों को रन बनाने में दिक्कत होती है। जैसे-जैसे शाम ढलती है और मौसम ठंडा होता है, पिच तेज़ हो जाती है और गेंद बल्ले पर अच्छे से आती है। दूसरी पारी में बल्लेबाजों के लिए शॉट खेलना आसान हो जाता है और रन गति तेज़ी से बढ़ती है। यही वजह है कि दुबई में चेज़ करने वाली टीम हमेशा बढ़त में रहती है।