Gautam Gambhir with Abhishek Nayar Image Source: Social Media
Cricket

गौतम गंभीर ने अभिषेक नायर की बर्खास्तगी का विरोध नहीं किया: रिपोर्ट

गंभीर ने मोर्केल और टेन डोशेट को बनाए रखने पर जोर दिया

Darshna Khudania

भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर की बर्खास्तगी का विरोध नहीं किया। रिपोर्ट के अनुसार, गंभीर ने नायर को कोचिंग स्टाफ में शामिल किया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब प्रदर्शन के बाद BCCI ने उन्हें हटाने का निर्णय लिया। गंभीर ने टेन डोएशेट और मोर्केल को बनाए रखने पर अधिक ध्यान दिया।

कुछ दिनों पहले ये बड़ी खबर सामने आई थी की BCCI ने भारतीय टीम के असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर और फील्डिंग कोच टी दिलीप को हटाने का निर्णय लिया। अब एक रिपोर्ट में ये खुलासा किया गया की भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने अभिषेक नायर को बर्खास्त करने का विरोध नहीं किया।

बता दे, गंभीर ने नायर को मुख कोच बनने के तुरंत बाद अपने सहायक स्टाफ का हिस्सा नियुक्त किया और वो कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ काम करने के समय से ही साथ है। BCCI ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खराब प्रदर्शन के बाद गंभीर के कोचिंग स्टाफ को हटाने का फैसला किया, तो उन्होंने इस फैसले का विरोध नहीं किया। रिपोर्ट में कहा गया है की गंभीर बोलिंग कोच मोर्ने मोर्केल और दूसरे सहायक कोच रयान टेन डोशेट को बनाए रखने के बारे में अधिक चिंतित थे, ये दोनों ही गंभीर की अपनी सिफारिशें थी।

Morne Morkel with Gautam Gambhir

BCCI के एक सूत्र ने एक न्यूज़ एजेंसी को बताया, "गंभीर ने नायर की बर्खास्तगी का विरोध नहीं किया। टेन डोएशेट और मोर्केल को टीम में लाने के लिए उन्हें काफी बातचीत करनी पड़ी। वह उन्हें इतनी जल्दी जाने देते।"

Gautam Gambhir with Abhishek Nayar

सूत्र ने आगे ये भी कहा, "बोर्ड अधिकारियों ने वरिष्ठ क्रिकेटरों से फीडबैक लिया और कुछ लोग ड्रेसिंग रूम में नायर की भूमिका से खुश नहीं थे। उन्हें कुछ दिन पहले ही उनके अनुबंध के नवीनीकरण न होने की जानकारी दी गई थी। फील्डिंग कोच टी दिलीप और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई भी अपने-अपने पदों पर तीन साल से अधिक समय पूरा करने के बाद बाहर होने वाले हैं।

BCCI की नई मानक संचालन प्रक्रिया ने सहयोगी स्टाफ के कार्यकाल को तीन साल तक सीमित कर दिया है। ये भी पता चला है की भारत के पहले स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच एड्रियन ले रॉक्स के दूसरे कार्यकाल के लिए वापस आने की संभावना है। उन्हें 2003 विश्व कप के दौरान सौरव गांगुली की अगुआई वाली भारतीय टीम में नई फिटनेस संस्कृति की शुरुआत करने का श्रेय दिया जाता है।