भारतीय ऑलराउंडर शिवम दुबे, जिनकी कभी एशिया कप 2025 में चयन को लेकर आलोचना हुई थी, ने यूएई के खिलाफ पहले मुकाबले में अपने शानदार प्रदर्शन से ट्रोलर्स को कड़ा जवाब दिया है। बल्ले से उनके प्रदर्शन पर कभी सवाल नहीं उठाया गया, लेकिन गेंदबाजी में उनपर कई सवाल उठते आए हैं । यूएई के खिलाफ पहले मैच में, उन्होंने सिर्फ़ दो ओवर में 3 विकेट लेकर मैच भारत की ओर मोड़ दिया।
अपने शानदार स्पेल के बारे में बात करते हुए, उन्होंने अपने प्रदर्शन में मोर्ने मोर्कल के योगदान का ज़िक्र किया।
उन्होंने कहा,
"इंग्लैंड सीरीज़ के लिए भारतीय टीम में वापसी के बाद से मोर्ने मेरे साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने मुझे कुछ खास सलाह दी हैं, और मैंने उनके साथ काम किया है। उन्होंने मुझे ऑफ स्टंप से थोड़ी बाहर की लाइन पर गेंदबाजी करने को कहा। उन्होंने धीमी गेंदें विकसित करने में भी मेरे साथ काम किया और मेरे रन-अप में थोड़ा बदलाव किया। मुख्य कोच और कप्तान ने मुझे बताया था कि मेरी गेंदबाजी अहम भूमिका निभाएगी।"
भारत बनाम यूएई मुकाबले में, भारतीय गेंदबाज़ी की बदौलत यूएई सिर्फ़ 57 रन ही बना पाया। भारतीय टीम ने यह लक्ष्य सिर्फ़ 4.3 ओवर में हासिल कर लिया।
32 वर्षीय दुबे ने बल्ले से अपने प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए कहा,
"पिछले दो महीनों में, मैंने अपनी फिटनेस पर काफ़ी काम किया है। जहाँ तक मेरी बल्लेबाज़ी का सवाल है, मुझे पता है कि बीच के ओवरों में (एक पावर हिटर के तौर पर) मेरी भूमिका है। मुझे पता है कि पिछले कुछ सालों में गेंदबाज़ों ने मुझे शॉर्ट गेंदों से निशाना बनाया है, और मैंने अपने शॉट्स की रेंज बढ़ाने पर काम किया है।"
हालांकि यूएई के खिलाफ़ प्रतिस्पर्धा ज़्यादा नहीं थी, लेकिन दुबे ने याद किया कि मुख्य कोच गौतम गंभीर ने उन्हें और भारतीय टीम को क्या सलाह दी थी।
उन्होंने कहा,
"जब भी हम भारत के लिए खेलते हैं, तो किसी भी मैच को अभ्यास मैच नहीं मानते। देश के लिए खेलना गर्व की बात है। चाहे यूएई के खिलाफ हो या पाकिस्तान के खिलाफ, मेरे लिए हर मैच महत्वपूर्ण है। गौती भाई हमेशा कहते थे: "जब भी आप भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो यह कुछ चमत्कार करने का मौका होता है।"