सिडनी में खेले जा रहे भारत और ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट मैच में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला, जब भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को प्लेइंग XI से बाहर रखा गया। इस मैच में टीम की कप्तानी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने संभाली, जिन्होंने पर्थ टेस्ट में भारत को ऐतिहासिक 295 रनों से जीत दिलाई थी। टॉस के दौरान बुमराह ने बताया कि रोहित ने खुद को आराम देने का फैसला किया क्योंकि उनका हालिया फॉर्म उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया था।
रोहित का खराब फॉर्म बना चिंता का विषय
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में रोहित का प्रदर्शन बेहद साधारण रहा है। अब तक खेले गए तीन मैचों में उन्होंने सिर्फ 31 रन बनाए हैं। ऐसे में टीम प्रबंधन ने यह बड़ा फैसला लिया। हालातों को देखते हुए यह फैसला शायद जरूरी था, लेकिन फैंस के बीच यह चर्चा का विषय बन गया है।
ऋषभ पंत ने दिया भावुक बयान
मैच के पहले दिन की समाप्ति के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने रोहित शर्मा के बाहर होने को लेकर अपनी राय दी। पंत ने कहा, “यह एक भावुक फैसला था। वह इतने सालों से टीम के लीडर रहे हैं। टीम में उनकी जगह और योगदान हमेशा महत्वपूर्ण रहा है। कुछ फैसले ऐसे होते हैं, जिनमें खिलाड़ी शामिल नहीं हो सकते। इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कह सकता।”
पंत के इस बयान से यह साफ झलकता है कि रोहित के बाहर होने से टीम के अंदर भी भावनात्मक माहौल बना हुआ है।
पहले दिन का हाल
जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारतीय टीम ने पहली पारी में निराशाजनक प्रदर्शन किया और केवल 185 रनों पर ऑल आउट हो गई। ऋषभ पंत ने सबसे ज्यादा 40 रन बनाए, जबकि बुमराह ने अंत में 22 रन जोड़कर स्कोर को थोड़ा संभाला।
ऑस्ट्रेलिया की पारी के दौरान टीम इंडिया को पहले दिन के अंत में सिर्फ तीन ओवर गेंदबाजी करने का मौका मिला। जसप्रीत बुमराह ने अपनी कप्तानी का जलवा दिखाते हुए उस्मान ख्वाजा को आखिरी ओवर की अंतिम गेंद पर आउट कर भारतीय टीम का हौसला बढ़ाया।
क्या बुमराह कप्तानी में साबित होंगे सफल?
इस बदलाव के बाद बुमराह की कप्तानी पर सबकी नजरें हैं। पर्थ टेस्ट में उनके शानदार प्रदर्शन ने उम्मीदें बढ़ाई हैं, लेकिन सिडनी के इस टेस्ट में उनका नेतृत्व टीम को जीत दिलाने में कितना सफल रहेगा, यह देखने वाली बात होगी।