Jasprit Bumrah Image Source: Social Media
Cricket

अश्विन ने बुमराह की गेंदबाज़ी को बताया 'चीट कोड'

मुंबई की जीत में बुमराह का अहम योगदान

Anjali Maikhuri

मुंबई इंडियंस ने एक बार फिर दिखा दिया कि क्यों उन्हें आईपीएल की सबसे खतरनाक टीमों में गिना जाता है। शुक्रवार को मुल्लापुर में खेले गए मुकाबले में मुंबई ने गुजरात टाइटंस को 20 रन से हराकर उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। मुंबई ने पहले बैटिंग करते हुए 228 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया और फिर गेंदबाज़ी में कमाल दिखाया, खासकर जसप्रीत बुमराह ने।

बुमराह ने चार ओवर में सिर्फ 27 रन देकर एक विकेट लिया, लेकिन उनकी गेंदबाज़ी का असर पूरे मैच में साफ दिखा। उनके स्पेल ने गुजरात की रन गति को रोक दिया और मैच का रुख मुंबई की तरफ मोड़ दिया।

इस शानदार प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने बुमराह की जमकर तारीफ की। अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए अश्विन ने कहा, “अगर बुमराह का वो ओवर ना होता तो शायद मैच और करीबी हो जाता। जब रन रेट 12-14 के बीच था, तब भी बुमराह ने अपने दो ओवर में सिर्फ 7-8 रन दिए। राहुल तेवतिया ने एक छक्का जरूर मारा, लेकिन बुमराह ने तुरंत वापसी की और अगली दो गेंदों पर सिर्फ एक रन दिया।”

इस शानदार प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने बुमराह की जमकर तारीफ की। अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए अश्विन ने कहा, “अगर बुमराह का वो ओवर ना होता तो शायद मैच और करीबी हो जाता। जब रन रेट 12-14 के बीच था, तब भी बुमराह ने अपने दो ओवर में सिर्फ 7-8 रन दिए। राहुल तेवतिया ने एक छक्का जरूर मारा, लेकिन बुमराह ने तुरंत वापसी की और अगली दो गेंदों पर सिर्फ एक रन दिया।”

अश्विन ने बुमराह को ‘चीट कोड’ बताया और कहा, “जैसे वीडियो गेम्स में चीट कोड डालकर खिलाड़ी और तेज़ दौड़ता है, वैसे ही बुमराह टी20 क्रिकेट में है। वो कप्तान को भी ज़्यादा स्मार्ट बना देते हैं। जब वो यॉर्कर मारते हैं या धीमी गेंद डालते हैं, तो लगता है सब कुछ कंट्रोल में है।”

बुमराह ने 14वें ओवर में वॉशिंगटन सुंदर को शानदार यॉर्कर से बोल्ड किया और 84 रन की साझेदारी तोड़ी। डेथ ओवर्स में भी उन्होंने शानदार गेंदबाज़ी की और 18वें ओवर में सिर्फ 9 रन दिए।

अब मुंबई 1 जून को अहमदाबाद में पंजाब किंग्स से भिड़ेगी। अगर वो मैच जीतते हैं तो टीम सातवीं बार आईपीएल फाइनल में पहुंचेगी। इसमें बुमराह की भूमिका फिर से अहम होगी, इसमें कोई शक नहीं।