Asia Cup 2025 में श्रीलंका और अफगानिस्तान का आमना-सामना देखने वालों को शुरुआत में ये मैच किसी सामान्य मुकाबले जैसा ही लगा। अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया और टीम ने पहले दो ओवर में तेज़ शुरुआत की 26 रन बोर्ड पर लग चुके थे।
लेकिन फिर खेल का रुख बदल गया। श्रीलंका के युवा पेसर नुवान तुषारा ने ऐसी धारदार गेंदबाज़ी की कि अफगान बल्लेबाज़ संभल ही नहीं पाए। उनकी मूव होती गेंदें सीधे स्टंप्स से टकरा रही थीं।
गुरबाज़ ने एक बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में अपना विकेट गंवाया, और उसके बाद करीम जनत और सेदिकुल्लाह अटल भी तुषारा की गेंद का शिकार बन गए। अफगानिस्तान का टॉप ऑर्डर ढह गया, और पारी पर ब्रेक लग गया।
इसके बाद डुनिथ वेल्लालागे और हसरंगा ने मिडिल ओवर्स में ऐसी कसी हुई गेंदबाज़ी की कि रन बनाना मुश्किल हो गया। विकेट लगातार गिरते रहे और 13वें ओवर तक स्कोर 79/6 हो चुका था। ऐसा लग रहा था कि अफगान टीम शायद 120 भी पार न कर पाए।
मोहम्मद नबी और Rashid Khan ने बदला खेल का रुख
जहाँ एक तरफ पूरी टीम बैकफुट पर थी, वहीं दूसरी ओर मोहम्मद नबी ने फ्रंट फुट पर आकर खेल की दिशा बदल दी। कप्तान राशिद के साथ मिलकर उन्होंने पारी को थोड़ा स्थिर किया। राशिद ने 23 गेंदों में 24 रन बनाए
Mohammad Nabi के 5 छक्के ने बदला आखरी ओवर
श्रीलंका के स्पिनर वेल्लालागे को जब कप्तान ने 20वां ओवर थमाया, शायद किसी ने नहीं सोचा था कि ये ओवर इतना भारी पड़ेगा। नबी ने इस ओवर में 5 छक्के, 1 नो-बॉल, और 1 सिंगल के साथ कुल 32 रन बटोरे।
ये ओवर श्रीलंका की टी20 इतिहास में अब तक का दूसरा सबसे महंगा ओवर बन गया।नबी ने सिर्फ 22 गेंदों में 60 रन बना डाले और अफगानिस्तान ने जिस स्कोर की उम्मीद खो दी थी, वहां से उबरते हुए 169/8 तक पहुँच गई।
Mohammad Nabi के 5 छक्के के बाद श्रीलंका के ऑलराउंडर डुनिथ वेल्लालागे को ऐसा झटका लगा, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।श्रीलंका ने अबू धाबी में अफगानिस्तान को छह विकेट से हराकर सुपर फोर में बिना हार के क्वालिफाई कर लिया था पर जीत के जश्न के बीच, डुनिथ को बताया गया कि उनके पिता सुरंगा वेल्लालागे का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है।
54 साल के सुरंगा, खुद एक समय में स्कूल क्रिकेट टीम के कप्तान रह चुके थे और अपने बेटे की कामयाबी पर हमेशा गर्व करते थे। दुर्भाग्य से, वह मैच के दौरान ही कोलंबो में इस दुनिया को अलविदा कह गए।
जैसे ही डुनिथ को ये दुखद ख़बर मिली, उन्होंने टीम छोड़कर तुरंत अपने घर के लिए रवाना होने का फैसला किया। अब यह साफ नहीं है कि वह टूर्नामेंट के बाकी मैचों में खेल पाएंगे या नहीं।