Sports

AUS vs IND: स्टीव स्मिथ ने बताया पिंक गेंद से खेलने होता है कितना बड़ा चैलेंज

AUS vs IND: स्टीव स्मिथ ने पिंक गेंद से खेलने की चुनौती को बताया, जानें एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की रणनीति। पढ़ें पूरी खबर।

Nishant Poonia

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024 की शुरुआत शानदार रही, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के लिए नहीं। पर्थ में खेले गए पहले मैच में उन्हें 295 रनों की करारी हार का सामना करना पड़ा। अब टीम 6 दिसंबर से एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट में भारत से भिड़ेगी।

ऑस्ट्रेलिया के मिडल ऑर्डर बल्लेबाज़ स्टीव स्मिथ ने गुलाबी गेंद से खेलने को चुनौतीपूर्ण बताया। स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए उन्होंने कहा, “गुलाबी गेंद से खेलना दिन और रात के अलग-अलग समय पर मुश्किल हो सकता है। यह इस पर निर्भर करता है कि आप किस स्थिति में बल्लेबाज़ी कर रहे हैं। आपको हर समय सतर्क रहना होता है क्योंकि गुलाबी गेंद कई बार अप्रत्याशित होती है। इसलिए, ध्यान केंद्रित रखना बेहद ज़रूरी है।”

पैट कमिंस का संतुलित नज़रिया

वहीं, कप्तान पैट कमिंस का मानना है कि गुलाबी गेंद के साथ खेलते समय मूल बातें वही रहती हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि बेसिक्स वही रहते हैं। हां, गेंद पुरानी और नरम होने के साथ खेल की गति बदल सकती है। लेकिन इसके अलावा, यह आपकी परीक्षा लेता है।”

ट्रेविस हेड का अनुभव

पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष स्कोरर रहे ट्रेविस हेड ने एडिलेड के ड्रॉप-इन विकेट को अपने खेल के अनुकूल बताया। उन्होंने कहा, “यह पिच बल्लेबाजी के लिए थोड़ी मुश्किल हो सकती है। ड्रॉप-इन विकेट पर आपको अलग-अलग तरीकों से रन बनाना पड़ता है। मुझे यह पिच सूट करती है क्योंकि मैंने यहां बहुत बल्लेबाज़ी की है। पिछले कुछ सालों में यहां रन बनाना अच्छा रहा और इस बार भी वही दोहराने की कोशिश करूंगा।”

उन्होंने आगे कहा, “यह हफ्ता मेरे लिए खास होता है। अपने घर के बिस्तर पर सोना, दोस्तों और परिवार के बीच रहना—सबकुछ मज़ेदार है। एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट मैचों का माहौल शानदार होता है। गेंद हमेशा कुछ न कुछ करती है और विकेट भी मददगार होता है। यह एक रोमांचक मुकाबला होने वाला है।”

एडिलेड में इतिहास के भरोसे ऑस्ट्रेलिया

दोनों टीमें बेहतर प्रदर्शन की कोशिश करेंगी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को एडिलेड ओवल में 2020 के टेस्ट का आत्मविश्वास मिलेगा। उस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को उनके टेस्ट इतिहास के सबसे कम स्कोर (36) पर ऑलआउट किया था और आठ विकेट से जीत दर्ज की थी।

अब देखना दिलचस्प होगा कि एडिलेड में गुलाबी गेंद किसके पक्ष में जाती है।