Ben Stokes  Image Source: Social Media
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'That's India's problem...' Bumrah की Absence पर बोले Stokes

बुमराह की अनुपस्थिति पर स्टोक्स का बेबाक जवाब

Anjali Maikhuri

इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की सीमित उपलब्धता को लेकर चल रही चर्चा पर प्रतिक्रिया दी है। स्टोक्स ने साफ तौर पर कहा कि बुमराह की स्थिति “भारत की समस्या” है और इंग्लैंड की टीम सिर्फ अपनी रणनीति पर ध्यान दे रही है। स्टोक्स ने यह बात दूसरे टेस्ट मैच से पहले कही, जहां इंग्लैंड सीरीज में बढ़त को मजबूत करने की कोशिश करेगा।बुमराह अब तक एक टेस्ट खेल चुके हैं और ऐसा माना जा रहा है कि वे इस सीरीज के सिर्फ तीन मैच ही खेलेंगे। हालांकि यह तय नहीं है कि वह अगले कौन से दो मैचों में नजर आएंगे। पहले टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों में सबसे प्रभावशाली प्रदर्शन बुमराह का ही था। वहीं, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर अपनी लाइन और लेंथ में निरंतरता नहीं रख सके, जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशानी नहीं हुई।

स्टोक्स ने जब बुमराह की उपलब्धता को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने बिना घुमा-फिरा कर कहा, “ये भारत की चिंता है, वो खुद संभालेंगे। मैं इंग्लैंड का कप्तान हूं, मुझे अपनी टीम पर ध्यान देना है।”हालांकि, उन्होंने भारतीय टीम की तारीफ भी की और कहा कि वे हमेशा मैदान में पूरी ताकत से उतरते हैं। उन्होंने कहा, “भारतीय टीम बहुत जुझारू और जोशीली होती है। वे हार नहीं मानते और पूरी मेहनत करते हैं।”स्टोक्स ने यह भी माना कि भारतीय खिलाड़ियों पर हमेशा अतिरिक्त दबाव रहता है, खासकर क्रिकेट जैसे खेल में।

उन्होंने कहा, “हर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पर दबाव होता है, लेकिन भारत के लिए खेलना अलग बात है। वहां क्रिकेट एक जुनून है, और खिलाड़ी इसे बहुत गर्व के साथ खेलते हैं। हमें पिछले मैच की जीत को हल्के में नहीं लेना चाहिए, हर मैच की शुरुआत नए सिरे से होती है।”

पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने पांचवें दिन 371 रन का पीछा कर जीत हासिल की थी, जो टेस्ट इतिहास में उनका दूसरा सबसे बड़ा सफल लक्ष्य था। सबसे बड़ी जीत, 378 रन का पीछा कर, उन्होंने तीन साल पहले भी भारत के खिलाफ एजबेस्टन में ही हासिल की थी।

इस बयान से साफ है कि इंग्लैंड की टीम फोकस्ड है और विरोधी टीम की कमजोरियों पर ध्यान नहीं दे रही। वहीं भारत को अपने गेंदबाजों की रणनीति पर काम करना होगा, ताकि वे इंग्लैंड को अगले मुकाबले में कड़ी टक्कर दे सकें।