लॉर्ड्स टेस्ट मैच का चौथा दिन भारत के लिए काफी अहम रहा। वॉशिंगटन सुंदर की शानदार गेंदबाज़ी की बदौलत इंग्लैंड की टीम सिर्फ 192 रन पर ऑल आउट हो गई। सुंदर ने चार विकेट लेकर भारत को मुकाबले में बनाए रखा। हालांकि जवाब में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, करुण नायर और नाइट वॉचमैन आकाश दीप जल्दी आउट हो गए और स्कोर सिर्फ 58 पर चार विकेट हो गया।
इसके बावजूद सुंदर को भरोसा है कि टीम के पास मैच जीतने का अच्छा मौका है। उनका मानना है कि ड्रेसिंग रूम में मौजूद सॉलिड बल्लेबाज़ों की वजह से 193 रनों का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। सुंदर ने कहा कि लॉर्ड्स जैसे मैदान पर टेस्ट जीतना किसी भी खिलाड़ी के लिए बेहद खास होता है और टीम इस मौके को लेकर बहुत उत्साहित है।
वॉशिंगटन सुंदर को इस टेस्ट में कुलदीप यादव की जगह टीम में शामिल किया गया था और उन्होंने अपने प्रदर्शन से ये साबित भी कर दिया कि उनका चयन सही था। सुंदर ने बताया कि उन्होंने मैच से पहले कुछ खास प्लान बनाए थे और खुशी की बात है कि उन्हें दोनों पारियों में लागू भी कर पाए। उन्होंने यह भी कहा कि टेस्ट क्रिकेट में हर दिन अलग चुनौती लेकर आता है और पांचवे दिन का खेल पहले दिन से बिल्कुल अलग सोच की मांग करता है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें जीत नजर आ रही है, तो उन्होंने कहा कि लॉर्ड्स में जीतना बहुत खास होगा और टीम पूरी कोशिश करेगी कि यह मौका हाथ से न जाए। उन्होंने यह भी कहा कि आज के दिन का आखिरी आधा घंटा काफी जोश से भरा था और दोनों टीमों में जोश दिखा। उनके अनुसार, जब मैच रोमांचक मोड़ पर होता है तो खिलाड़ियों के अंदर की आक्रामकता अपने आप बाहर आ जाती है। उन्होंने माना कि यह खेल का हिस्सा है और खिलाड़ी उसी भावना के साथ मैदान पर उतरते हैं।
दूसरी ओर इंग्लैंड के बैटिंग कोच मार्कस ट्रेसेथिक ने कहा कि उनकी टीम का लक्ष्य 250 से ऊपर का स्कोर खड़ा करने का था, लेकिन हालात वैसे नहीं रहे। उन्होंने बताया कि स्पिनर बशीर अब फिट हैं और ज़रूरत पड़ने पर गेंदबाज़ी के लिए तैयार रहेंगे। ट्रेसेथिक ने यह भी माना कि भीड़ का समर्थन खिलाड़ियों को ऊर्जा देता है, और आज के आखिरी तीस मिनट में टीम को उसी से जोश मिला।
उन्होंने बताया कि पिच पर बाउंस में बदलाव हो रहा है, और तेज़ गेंदबाज़ों की वॉबल सीम डिलीवरी यहां काम कर सकती है। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा कि उम्मीद है कि कल के पहले घंटे में ही वे भारत के छह विकेट गिरा दें।
अब नज़रें आखिरी दिन पर टिकी हैं। भारत को जीतने के लिए 135 रनों की ज़रूरत है और उसके छह विकेट बाकी हैं। पिच मुश्किल होती जा रही है लेकिन अगर भारतीय बल्लेबाज़ धैर्य और समझदारी से खेलें, तो लॉर्ड्स में जीत संभव है। सुंदर के अनुसार टीम मानसिक रूप से तैयार है और सबका ध्यान बस एक ही चीज़ पर है – जीत।