इंडिया ए में हर्ष दुबे का चयन: जानें उनकी क्रिकेट यात्रा Source : social media
IPL 2025

कौन हैं India A में चुने गए harsh dubey? जिनको England दौरे के लिए India-A के स्क्वॉड में चुना गया

इंडिया ए में हर्ष दुबे का चयन: जानें उनकी क्रिकेट यात्रा

Juhi Singh

भारत में क्रिकेट टैलेंट की कोई कमी नहीं है। हर सीज़न कोई नया नाम चमकता है, कोई नई कहानी बनती है। लेकिन कुछ कहानियां शोर नहीं करतीं — वे परफॉर्मेंस से धीरे-धीरे ऊपर चढ़ती हैं। ऐसी ही कहानी है हर्ष दुबे की, एक बाएं हाथ के स्पिनर, जिन्होंने अपनी गेंदबाज़ी से पहले रणजी ट्रॉफी में रिकॉर्ड बनाया, फिर IPL में मौका पाया, और अब इंडिया A की टीम में शामिल होकर टीम इंडिया की तरफ़ बढ़ रहे हैं।

हर्ष दुबे का जन्म पुणे (महाराष्ट्र) में हुआ, लेकिन क्रिकेट करियर की असली शुरुआत विदर्भ से हुई। महाराष्ट्र की मजबूत क्रिकेट संरचना के बावजूद हर्ष ने विदर्भ को चुना — एक ऐसा डोमेस्टिक सेटअप जहां नए खिलाड़ियों को मौके मिलते हैं और स्पिनर्स को तराशा भी जाता है। रणजी ट्रॉफी में डेब्यू उन्होंने दिसंबर 2022 में किया था। शुरुआत धीमी रही, लेकिन टैलेंट नजर आ रहा था। उनकी गेंदबाज़ी में वो क्लासिक लेफ्ट आर्म स्पिन का कंट्रोल था, जो भारत को हमेशा काम आता है। हर खिलाड़ी के करियर में एक सीज़न ऐसा आता है जो उसकी पहचान बदल देता है। हर्ष के लिए वो सीज़न था रणजी ट्रॉफी 2024-25

आपको बता दें हर्ष दुबे ने कुल 69 विकेट लिए रणजी के एक सीजन में सबसे ज़्यादा विकेट। 18 फर्स्ट क्लास मैचों में कुल 97 विकेट consistency साफ दिखती है। विदर्भ को ट्रॉफी जिताने में अहम योगदान। Player of the Tournament का खिताब

सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने हर्ष को IPL 2025 के बीच में टीम में शामिल किया, जब उन्होंने आर स्मरण की जगह रिप्लेसमेंट के तौर पर बुलाया।

उनपर ₹30 लाख का भरोसा जताया गया। जो भले ही बड़ी रकम न लगे,लेकिन उनके प्रदर्शन ने सबका ध्यान अपने तरफ खिंचा। लिस्ट A में: 21 विकेट T20 में: 16 मैच, 9 विकेट। लेकिन IPL टीमों को दिख रहा है कि हर्ष दुबे लंबी रेस के घोड़े हैं, खासकर टेस्ट और रेड बॉल फॉर्मेट में

इंडिया A का स्क्वॉड किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए एक टेस्ट रन होता है। यही वो स्टेज है जहां परफॉर्म करके खिलाड़ी टीम इंडिया में घुसते हैं।

अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, ईशान किशन, शार्दुल ठाकुर जैसे सीनियर्स के साथ हर्ष दुबे का नाम आना दिखाता है कि सेलेक्टर्स ने उन्हें लंबे फॉर्मेट के लिए सीरियसली लेना शुरू कर दिया है। इंग्लैंड की पिचें जहां स्पिनर्स को मदद कम मिलती है, अब वहां देखना होगा की यह खिलाड़ी क्या कर सकते है।