IPL 2025: RCB के लिए जीत का साल या फिर निराशा? Source : Social Media
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IPL 2025 : क्या RCB 2025 में IPL ट्रॉफी उठाएगी? जानें दिलचस्प संयोग

IPL 2025: RCB के लिए जीत का साल या फिर निराशा?

Juhi Singh

आईपीएल की शुरुआत से लेकर अब तक कई टीमें आईं और और अपना नाम बना गईं। किसी ने शुरुआत में ही ट्रॉफी जीत ली, तो किसी ने सालों बाद मेहनत के दम पर खुद को विजेता बनाया। लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ऐसी टीम है, जिसका सफर जितना रोमांचक रहा है, उतना ही अधूरा भी। तीन बार फाइनल में पहुंचना, सात बार प्लेऑफ तक का सफर तय करना, लेकिन हर बार खिताब से चूक जाना, ये RCB की पहचान बन गई थी। मगर इस बार, साल 2025 में, हालात कुछ और ही कह रहे हैं।

इस सीजन RCB कुछ अलग और साथ - साथ मैदान में अपना जलवा दिखा रही। शुरुआत में उतार-चढ़ाव जरूर दिखा, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, टीम ने अपना रंग दिखाना शुरू किया। विराट कोहली का बल्ला हर साल जैसे चल रहा, गेंदबाज़ों ने जिम्मेदारी ली और कप्तान रजत पाटीदार ने हर वो कोशिश कर रहे है। जिसके लिए उनको टीम का कप्तान बनाया गया है। उनकी कप्तानी में परिणाम ये रहा कि टीम ने लीग स्टेज में 14 में से 9 मुकाबले जीतकर 19 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। लेकिन जब क्वालीफ़ायर 1 खेला गया तब आरसीबी ने यह दिखा दिया की क्यों उनको अलग कहा जा रहा है। क्वालीफ़ायर 1 में यह टीम पंजाब किंग्स की टीम को चारों खाने चित कर दी। और अब फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। और अब इंतजार है तो बस 1 ट्रॉफी की और ऐसी उम्मीद लगायी जा रही है की इस साल RCB ट्रॉफी जीत जाएगी।

दरअसल एक दिलचस्प संयोग बन रहा है। पिछले कुछ सालों में एक पैटर्न देखने को मिला है। एक साल अंक तालिका में टॉप करने वाली टीम चैंपियन बनती है, तो अगले साल दूसरी पोजीशन वाली टीम खिताब उठाती है। 2020 में मुंबई इंडियंस, 2022 में गुजरात टाइटन्स और 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने लीग टेबल में पहला स्थान पाकर खिताब जीता। वहीं 2021 और 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स ने दूसरे नंबर से फाइनल तक का सफर तय कर ट्रॉफी अपने नाम की। अब 2025 में लीग स्टेज में RCB दूसरी पोजीशन पर रही है।

सिर्फ संयोग ही नहीं, आंकड़े भी RCB के पक्ष में हैं। पिछले 14 सालों में 8 बार आईपीएल की ट्रॉफी उस टीम ने जीती है, जो लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर थी। पहले नंबर की टीम सिर्फ 5 बार ही ट्रॉफी जीत सकी है। जबकि चौथे स्थान की टीम आज तक खिताब का मुंह नहीं देख सकी। यह एक बड़ा संकेत है कि नंबर दो पर रहने वाली टीमों के पास ट्रॉफी जीतने की ज़्यादा संभावना रहती है, और RCB इस वक्त उसी स्थिति में खड़ी है .