भारत ने न्यूजीलैंड को 44 रन से हराया और ग्रुप-A में टॉप किया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मैच में 'मैन ऑफ द मैच' वरुण चक्रवर्ती नहीं, बल्कि एक और खिलाड़ी का हक था? जी हां, आज हम बात करेंगे उस खिलाड़ी के बारे में जिसने बल्ले से भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई, लेकिन फिर भी 'मैन ऑफ द मैच' का अवार्ड नहीं मिला! तो आइये जानते हैं, वो खिलाड़ी कौन है और क्यों उसकी मेहनत को नजरअंदाज किया गया। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए इस अहम मुकाबले में न्यूजीलैंड को हराने के बाद भारत ने सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। लेकिन इस जीत का असली हीरो वो खिलाड़ी था, जिसने मुश्किल समय में टीम को संभाला और शानदार पारी खेली। वह खिलाड़ी था श्रेयस अय्यर!
आपको बता दें भारत का स्कोर 22/2 था, जब श्रेयस अय्यर बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर आए। भारत के टॉप तीन बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए थे, और टीम को एक स्थिर साझेदारी की जरूरत थी। ऐसे में श्रेयस अय्यर ने मोर्चा संभाला। श्रेयस अय्यर ने अक्षर पटेल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 136 गेंदों में 98 रन जोड़े और भारत को लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया। अक्षर पटेल ने 60 गेंदों में 42 रन बनाए, वहीं श्रेयस अय्यर ने 98 गेंदों में 79 रनों की शानदार पारी खेली। श्रेयस का ये प्रदर्शन सिर्फ इस मैच में नहीं, बल्कि उनकी लगातार बेहतरीन पारियों का हिस्सा था। पिछली छह पारियों में यह उनका चौथा अर्धशतक था, जो साबित करता है कि वह भारत के सबसे भरोसेमंद मिडिल ऑर्डर बल्लेबाजों में से एक हैं।"
अब सवाल यह उठता है कि श्रेयस अय्यर ने ऐसी शानदार पारी खेली, तो फिर उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' क्यों नहीं चुना गया? दरअसल, इस मैच में 'मैन ऑफ द मैच' बने वरुण चक्रवर्ती, जिन्होंने 10 ओवर में 42 रन देकर 5 विकेट चटकाए। उनकी गेंदबाजी ने न्यूजीलैंड को पूरी तरह से रौंद डाला, लेकिन क्या यह श्रेयस अय्यर की शानदार पारी के सामने सचमुच कम था ? जब भारत का स्कोर 22/2 था, तो अगर श्रेयस अय्यर न होते, तो भारत शायद एक बड़ी मुश्किल में फंस जाता। उन्होंने अपनी पारी के दौरान न सिर्फ रन बनाये, बल्कि एक मजबूत साझेदारी भी खड़ी की, जो टीम को संघर्ष करने लायक बनाती है।"
"श्रेयस अय्यर की पारी को न सिर्फ उनके स्कोर से, बल्कि उनके मानसिक दृष्टिकोण और मैच को संभालने के तरीके से भी सराहा जाना चाहिए था। उनका ये प्रदर्शन यह साबित करता है कि वो भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े मैच विनर्स में से एक हैं।" अब भले ही वरुण चक्रवर्ती को 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया, लेकिन सच तो यह है कि श्रेयस अय्यर का योगदान उतना ही अहम था, और इन दोनों खिलाडियों ने बराबरी का योगदान डाला जिसकी भारतीय टीम को जरूरत थी