भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे वनडे मैच में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक अहम घटना घटी। वरुण चक्रवर्ती ने 33 साल और 164 दिन की उम्र में वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया। इस मैच में वह भारत की प्लेइंग-11 का हिस्सा बने, और इस शानदार अवसर ने उन्हें इतिहास में जगह दिलवायी।
वरुण चक्रवर्ती की डेब्यू के साथ हुई खास शुरुआत
इंग्लैंड के खिलाफ कटक के बाराबती स्टेडियम में हो रहे इस मुकाबले में वरुण चक्रवर्ती को अपनी वनडे करियर की शुरुआत का मौका मिला। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने दो बदलाव किए विराट कोहली की वापसी हुई, जबकि यशस्वी जायसवाल को बाहर किया गया। इसके अलावा, कुलदीप यादव को आराम दिया गया और वरुण चक्रवर्ती को वनडे डेब्यू का मौका मिला।
वरुण चक्रवर्ती का महत्वपूर्ण योगदान
वरुण चक्रवर्ती की एंट्री से एक बात स्पष्ट हो जाती है कि भारतीय क्रिकेट चयनकर्ता और टीम प्रबंधन ने उनका चयन किसी बड़ी योजना के तहत किया है। विशेष रूप से चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के संदर्भ में, अगर जसप्रीत बुमराह समय पर पूरी तरह से फिट नहीं हो पाते हैं, तो वरुण चक्रवर्ती को इमर्जेंसी विकल्प के तौर पर टीम में शामिल किया जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में संभावित भविष्य
वरुण चक्रवर्ती का वनडे डेब्यू इस बात का संकेत है कि उन्हें भारतीय टीम में भविष्य में एक अहम भूमिका निभाने का मौका मिल सकता है। उनके पास कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद अपनी योग्यता को साबित करने का एक और शानदार मौका है। आगामी मैचों में उनका प्रदर्शन उनकी चयनिता की पुष्टि कर सकता है और उन्हें और भी बड़े टूर्नामेंट्स में मौका मिल सकता है।