एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में भारत की टीम में तीन बड़े बदलाव हुए। सबसे चौंकाने वाला फैसला था जसप्रीत बुमराह को आराम देना। उनकी जगह युवा तेज गेंदबाज़ आकाश दीप को शामिल किया गया। इसके अलावा वॉशिंगटन सुंदर और नितीश कुमार रेड्डी को भी प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई, जबकि साई सुदर्शन और शार्दुल ठाकुर को बाहर बैठना पड़ा।
टॉम मूडी ने उठाए सवाल
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर टॉम मूडी भारत की इस प्लेइंग इलेवन से बिल्कुल भी खुश नहीं दिखे। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत की टीम चयन समझ से बाहर है। मूडी ने बुमराह को बाहर रखने और केवल पांच स्पेशलिस्ट बल्लेबाज खिलाने के फैसले पर हैरानी जताई।
टॉम मूडी ने अपने पोस्ट में कहा,
“भारत का ये टीम चयन हैरान करने वाला है। बुमराह को बाहर रखना एक बात है, लेकिन सिर्फ पांच स्पेशलिस्ट बल्लेबाज खिलाना बड़ा जुआ है। बैट-बॉल दोनों में गहराई के लिए ऑलराउंडरों पर इतना भरोसा करना टेस्ट क्रिकेट में शायद ही कभी काम आया हो। स्पेशलिस्ट खिलाड़ी हमेशा ज्यादा योगदान देंगे।”
क्या भारत का दांव उल्टा पड़ेगा?
भारत ने सुंदर और रेड्डी को खिलाकर अपनी बल्लेबाज़ी को तो मजबूत किया है, लेकिन बुमराह की गैरमौजूदगी में गेंदबाज़ी का दम कमज़ोर पड़ गया है। अब देखना होगा कि ये बदलाव भारत के लिए फायदेमंद साबित होते हैं या पूरी तरह उल्टा असर दिखाते हैं। खास बात ये है कि भारत ने अब तक एजबेस्टन में एक भी टेस्ट मैच नहीं जीता है। इस मैदान पर भारत ने 7 मैच खेले हैं और सभी में हार या ड्रॉ ही मिला है। अगर शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया यहां जीत दर्ज कर लेती है, तो ये ऐतिहासिक होगा।
पहला टेस्ट भारत के हाथ से गया
इंग्लैंड ने इस पांच मैचों की सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली है। हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट में भारत को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। उस मैच में भारतीय गेंदबाज़ों ने काफी निराश किया। इंग्लैंड ने आखिरी दिन 371 रन का बड़ा लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। बेन डकेट ने शानदार 149 रन बनाए, जबकि ज़ैक क्रॉली ने भी 65 रन की अहम पारी खेली। इस तरह इंग्लैंड ने अपने नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप सफर की शुरुआत जीत से की।
बुमराह को आराम देने पर सवाल
भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह को इस अहम मैच में आराम देने का फैसला कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स की समझ से बाहर है। बुमराह भारत के सबसे बड़े मैच विनर माने जाते हैं, खासकर विदेशी पिचों पर। ऐसे में उन्हें बाहर रखना जोखिम भरा कदम है। टीम मैनेजमेंट का मानना है कि बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट ज़रूरी है, ताकि वो पूरी सीरीज़ में फिट रहें। लेकिन क्या ये रणनीति सही साबित होगी, इसका जवाब आने वाले दिन ही देंगे।
अब निगाहें इस बात पर हैं कि आकाश दीप, सुंदर और रेड्डी को मौका देना भारत के लिए सही साबित होगा या भारत को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। अगर भारत को सीरीज़ में बराबरी करनी है तो इस टेस्ट में बॉलर्स को शानदार प्रदर्शन करना ही होगा।