ऋषभ पंत Image Source: Social Media
Cricket

'कभी-कभी रुकना ज़रूरी होता है', सचिन ने पंत को दिया इंग्लैंड में जीत का फॉर्मूला

पंत का इंग्लैंड में रिकॉर्ड शानदार, सचिन की सीख से उम्मीदें

Nishant Poonia

भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की बड़ी सीरीज़ आज से लीड्स में शुरू हो रही है। इस सीरीज़ में टीम इंडिया की कमान युवा बल्लेबाज़ शुभमन गिल के हाथों में होगी, जो पहली बार टेस्ट कप्तान के तौर पर मैदान में उतरेंगे। उनके साथ उपकप्तान होंगे ऋषभ पंत, जिनसे ना सिर्फ विकेट के पीछे बल्कि बल्ले से भी बड़ी उम्मीदें होंगी।

पंत को सचिन तेंदुलकर का ‘गुरुमंत्र’

मैच से पहले भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने पंत को खास सलाह दी है। ईएसपीएन को दिए इंटरव्यू में सचिन ने कहा कि पंत को इंग्लैंड में खेलने के लिए अपनी सोच में थोड़ा लचीलापन लाना होगा। उन्होंने साफ कहा कि पंत को हर बार आक्रामक खेलने की ज़रूरत नहीं है।

सचिन ने कहा, “अगर ऐसी स्थिति हो जब टीम मुश्किल में हो और विकेट बचाना ज़रूरी हो, तो पंत को थोड़ी देर तक संभलकर खेलना चाहिए। जरूरी नहीं कि हर गेंद पर बड़ा शॉट मारा जाए। कभी-कभी 45 मिनट या एक-दो घंटे तक सिर्फ गेंद देखना और बचाव करना ही सही होता है।”

उन्होंने आगे कहा, “अगर मैं कप्तान होता तो दस में से नौ बार पंत से यही कहता कि जाओ और अपने नेचुरल गेम पर भरोसा रखो। लेकिन अगर मैच को बचाना हो, तो सोचने और खेलने का तरीका थोड़ा बदलना पड़ता है। ऐसे में धैर्य और सिचुएशन को समझना ज़रूरी हो जाता है।”

सचिन तेंदुलकर

इंग्लैंड में पंत का शानदार रिकॉर्ड

ऋषभ पंत का इंग्लैंड में प्रदर्शन पहले भी शानदार रहा है। उन्होंने यहां अब तक 9 टेस्ट मैच खेले हैं और कुल 556 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। पंत को हमेशा एक आक्रामक खिलाड़ी माना जाता है, लेकिन इस बार उनसे उम्मीद की जा रही है कि वो जरूरत के हिसाब से अपने खेल में बदलाव दिखाएंगे।

खबर है कि पंत इस बार नंबर 5 पर बल्लेबाज़ी करेंगे, जिससे उन्हें मिडिल ऑर्डर में टीम को संभालने और बड़े स्कोर की ओर ले जाने का मौका मिलेगा। उनके सामने चुनौती ये होगी कि वो कब आक्रामक खेलें और कब धैर्य दिखाएं। खासकर इंग्लैंड की तेज़ और स्विंग होती पिचों पर यह फैसला लेना आसान नहीं होगा।

टीम इंडिया को पंत से उम्मीदें

चोट से वापसी करने के बाद पंत एक बार फिर टीम में अपनी अहमियत साबित करना चाहेंगे। बतौर उपकप्तान, वो युवाओं के लिए एक मिसाल भी बनेंगे। ऐसे में सचिन तेंदुलकर की सलाह उनके लिए एक बड़ा सीख बन सकती है।

अगर पंत मौके को समझकर खेलते हैं, तो न सिर्फ वो खुद एक मैच विनर बन सकते हैं, बल्कि टीम इंडिया को भी इंग्लैंड में इतिहास रचाने में मदद कर सकते हैं।