ऋषभ पंत, शुबमन गिल Image Source: Social Media
Cricket

लीड्स टेस्ट में ऋषभ पंत की हरकत पर मचा बवाल, ICC नियम तोड़ने के आरोप में हो सकती है कार्रवाई

ऋषभ पंत के व्यवहार पर ICC नियम उल्लंघन का आरोप

Nishant Poonia

भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान ऋषभ पंत इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में विवादों में फंसते नजर आ रहे हैं। लीड्स में खेले जा रहे इस मुकाबले के तीसरे दिन पंत का व्यवहार अंपायर के साथ ठीक नहीं रहा, जिसकी वजह से उन पर ICC के नियम तोड़ने का आरोप लग सकता है। अगर पंत दोषी पाए गए, तो उन्हें जुर्माना या बैन जैसी सजा का सामना करना पड़ सकता है।

क्या हुआ मैदान पर?

यह घटना इंग्लैंड की पहली पारी के 61वें ओवर की दूसरी आखिरी गेंद पर हुई। मोहम्मद सिराज की गेंद पर हैरी ब्रूक ने चौका लगाया, जिसके बाद पंत को गेंद की शेप कुछ सही नहीं लगी। उन्होंने तुरंत अंपायर पॉल रीफेल से गेंद चेक करने को कहा। रीफेल ने गेज से जांच करने के बाद गेंद को खेलने लायक बताया। ये फैसला पंत को पसंद नहीं आया।

इसके बाद पंत ने गेंद को उलटे हाथ से ज़मीन पर फेंका और तेज़ी से अंपायर की तरफ पीठ करके वहां से चले गए। इंग्लैंड के दर्शकों ने इस पर पंत को हूट भी किया और उनके व्यवहार पर सवाल उठने लगे।

कमेंट्री में क्या कहा गया?

कमेंट्री बॉक्स में बैठे रवि शास्त्री ने कहा कि बार-बार गेंद बदलने की मांग से ये साफ दिखता है कि गेंदबाज़ी में असर नहीं हो रहा था और पंत शायद हताश हो चुके थे। वहीं, मार्क बचर ने जोड़ा कि अंपायर पॉल रीफेल पंत के इस रवैये से बिल्कुल खुश नहीं दिखे।

अंपायर से बात करते हुए ऋषभ पंत

ICC के नियम क्या कहते हैं?

ICC की आचार संहिता के मुताबिक, पंत की ये हरकत दो नियमों के उल्लंघन में आ सकती है।

• रूल 2.8: अगर कोई खिलाड़ी अंपायर के फैसले पर असहमति जताता है या इशारों से विरोध करता है, तो ये लेवल-1 या लेवल-2 का उल्लंघन माना जाता है।

• रूल 2.9: किसी खिलाड़ी या अंपायर की तरफ जानबूझकर गेंद या कोई चीज फेंकना, खेल की भावना के खिलाफ माना जाता है।

इन दोनों मामलों में खिलाड़ी पर जुर्माना, डीमेरिट पॉइंट्स या एक मैच तक का प्रतिबंध भी लग सकता है।

पंत पर क्या असर हो सकता है?

भारत ने तीसरे दिन का खेल 90/2 के स्कोर पर खत्म किया और अब टीम को 96 रन की बढ़त मिल चुकी है। पंत अगर दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ जुर्माना या अगली पारियों में खेलने पर रोक लग सकती है। इससे न सिर्फ उनकी छवि को नुकसान पहुंचेगा, बल्कि टीम की रणनीति पर भी असर पड़ सकता है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मैच रेफरी इस मामले में क्या फैसला लेते हैं और पंत को कोई सज़ा मिलती है या नहीं। भारतीय टीम पहले ही नए कप्तान और बदलावों के दौर से गुजर रही है, ऐसे में किसी भी सीनियर खिलाड़ी पर कार्रवाई टीम के संतुलन को प्रभावित कर सकती है।