टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दिन शानदार शुरुआत की। हॉडिंगली मैदान पर दिनभर बल्लेबाज़ी करते हुए भारत ने लंच तक 2 विकेट के नुकसान पर 92 रन बना लिए। केएल राहुल (42) और यशस्वी जयसवाल (42 नाबाद) ने टीम को शानदार शुरुआत दी।
सुबह की पारी का पूरा ब्यौरा
सुबह का मौसम साफ-सुथरा था, लेकिन थोड़ा स्विंग और मूवमेंट गेंदबाज़ों के लिए मददगार बन सकता था। इन हालात में भी राहुल और जयसवाल ने बेहतरीन खेल दिखाया। राहुल ने ड्राइव खेलते हुए कई चौके लगाए, तो जयसवाल ने गहराई के साथ कवर ड्राइव मारा।
इस क्रम में पीछे से इंग्लैंड ने वापसी की। लंच से ठीक पहले तीन बड़े घटनाएं हुईं:
1. KL राहुल ने कार्स की गेंद पर चौका लगाने के बाद ओवरकंफिडेंस दिखाया और कैच पकड़ा गया।
2. डेब्यू कर रहे B Sai Sudharsan एक बल्लेबाज़ थे लेकिन चैनल की गेंद पर खुद स्लिप में कैच दिया और बिना रन बनाए आउट हो गए।
भारतीय बल्लेबाज़ी का आकलन
यशस्वी जयसवाल का यह प्रदर्शन खास रहा। पिछले प्री-टूर मैचों में वे कुछ कमजोर दिखे थे, लेकिन यहां उन्होंने शांत दिमाग से गेंद को समझदारी से खेला। बाएं हाथ के इस युवा खिलाड़ी ने परंपरागत लाइन और लेंथ पर नियंत्रण दिखाया।
KL राहुल ने कहा कि रोज़गार पर बने रहने के लिए उन्हें एकदम सटीक तकनीक और धैर्य से खेलने की आदत को शामिल करना होगा। उन्होंने आज एक बार फिर यह साबित किया कि वो टेस्ट में भरोसेमंद शुरुआत दे सकते हैं।
इंग्लैंड की गेंदबाज़ी का अवलोकन
बेन स्टोक्स, ब्रायडन कार्स, जोश टंग और क्रिस वोक्स की गेंदबाज़ी में ज्यादा धार नहीं दिखी। स्टोक्स ने पहले बैटिंग की योजना के तहत गेंदबाज़ी चुनी थी क्योंकि पिच बल्लेबाज़ों को आराम देती नज़र आ रही थी। लेकिन कारस और टंग लेग स्टंप के बाहर गेंदबाज़ी करते रहे, जिससे राहुल और जयसवाल को आसानी से रन बनाने का मौका मिला।
मुकाबले के अहम बिंदु
• इंग्लैंड को अनुभवी गेंदबाज़ों जेम्स एंडरसन या स्टुअर्ट ब्रॉड की कमी खली, जिसने भारतीय बल्लेबाज़ों को आसानी से रन बनाने की राह दिखाई।
• हालांकि शुरुआत में कुछ मूवमेंट था, लेकिन बाद में बल्लेबाज़ों ने खुद को काफी तेज़ी से एडजस्ट किया।
भारत ने पहले दिन अपने बहुत अच्छे खेल की नींव रखी। हालांकि दो विकेट लंच से ठीक पहले गंवा दिए, फिर भी स्थिति संभली हुई है। आगे की पारी में कप्तान और विकेटकीपर ऋषभ पंत के अलावा मिडिल ऑर्डर पर ध्यान देने की ज़रूरत है। इंग्लैंड की टीम जल्द उस दौर में लौट सकती है जब वो एंडरसन-ब्रॉड जैसे गेंदबाज़ों से दबाव बना ले, लेकिन फिलहाल भारत का पहला दिन काफी मजबूत रहा।