इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने जसप्रीत बुमराह को लेकर बड़ा बयान दिया है। बर्मिंघम के एजबेस्टन में 2 जुलाई से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले जब उनसे बुमराह के खेलने या न खेलने पर सवाल किया गया, तो उन्होंने साफ कहा कि ये इंग्लैंड की नहीं, बल्कि भारत की चिंता है।
स्टोक्स ने कहा, “(बुमराह) इंडिया की समस्या है। मैं इंग्लैंड का कप्तान हूं। इंडिया को तय करना है कि वो क्या करना चाहते हैं और मीडिया में क्या बोलना चाहते हैं।” दरअसल पहले टेस्ट में बुमराह ने करीब 44 ओवर डाले थे और पहली पारी में पांच विकेट भी लिए थे। इसके बावजूद भारत वो टेस्ट पांच विकेट से हार गया था। इंग्लैंड ने 371 रन का बड़ा लक्ष्य हासिल कर लिया।
दूसरे टेस्ट में बुमराह को लेकर सस्पेंस
दूसरे टेस्ट से पहले सबसे बड़ा सवाल यही है कि बुमराह खेलेंगे या उन्हें रेस्ट दिया जाएगा। भारत के असिस्टेंट कोच रयान टेन डेस्केट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “बुमराह खेलने के लिए उपलब्ध हैं। हमें पहले से पता था कि वो पांच में से सिर्फ तीन टेस्ट खेलेंगे। उनके पास पिछले मैच के बाद रिकवरी के लिए आठ दिन का वक्त भी रहा है।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने अभी फाइनल फैसला नहीं लिया है। पिच कैसी रहेगी, हालात कैसे होंगे और अगले मैचों में उनका मैनेजमेंट कैसे करना है, ये सब देखकर ही तय करेंगे।”
टेन डेस्केट ने साफ किया कि बुमराह फिट हैं और उन्होंने नेट्स में अच्छी बॉलिंग भी की है। सवाल बस इतना है कि उन्हें अभी इस मैच में उतारा जाए या लॉर्ड्स, मैनचेस्टर और ओवल जैसे मैचों के लिए बचाया जाए।
बुमराह पहले ही कह चुके हैं तीन टेस्ट खेलेंगे
इस सीरीज़ से पहले ही बुमराह ने खुद कहा था कि वो सिर्फ तीन टेस्ट खेलेंगे। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान उनकी पीठ की चोट फिर से उभर आई थी। उसके बाद वो लंबा ब्रेक लेकर अब वापसी कर रहे हैं। ऐसे में उनका वर्कलोड संभालना टीम मैनेजमेंट की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
स्टोक्स को फर्क नहीं पड़ता
स्टोक्स ने कहा कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बुमराह खेलें या नहीं। उनका पूरा फोकस अपनी टीम और अपनी स्ट्रैटेजी पर है। उन्होंने कहा, “इंडिया चाहे जो करे, हमें अपनी तैयारियों पर ध्यान देना है। बुमराह जैसा बॉलर खेलता है तो चैलेंज बढ़ जाता है, लेकिन नहीं खेलता तो भी हमें अपनी क्रिकेट खेलनी है।”
भारत के लिए बेहद अहम है बुमराह की फिटनेस
भारत के लिए बुमराह कितने अहम हैं, ये किसी से छुपा नहीं है। इंग्लैंड की पिचों पर उनकी स्विंग और सटीक यॉर्कर बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। लेकिन अगर उन्हें ओवर यूज कर दिया गया और उनकी फिटनेस फिर गड़बड़ाई, तो बाकी सीरीज़ और आने वाले बड़े टूर्नामेंट भी प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए भारतीय टीम बेहद सोच-समझकर ही उनका इस्तेमाल करेगी।
अब देखना होगा कि बुमराह एजबेस्टन में गेंदबाज़ी करते दिखेंगे या टीम मैनेजमेंट उन्हें कुछ और दिन आराम देकर अगले मैचों के लिए तैयार रखेगा। एक बात तो साफ है – बुमराह की मौजूदगी ही विपक्षी टीम के लिए मानसिक दबाव बनाती है।