ऋषभ पंत Image Source: Social Media
Cricket

ENG vs IND: ऋषभ पंत ने टेस्ट में बनाया नया रिकॉर्ड, धोनी को पीछे छोड़ा

SENA देशों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले एशियाई विकेटकीपर बने पंत

Nishant Poonia

भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में खेले जा रहे पहले टेस्ट का पहला दिन टीम इंडिया के लिए काफी शानदार रहा। पहले बल्लेबाज़ों ने कमाल किया और फिर उपकप्तान ऋषभ पंत ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए एक नया इतिहास रच दिया। पंत ने 65 रन की नाबाद पारी खेली और इसी के साथ टेस्ट क्रिकेट में एक अहम मील का पत्थर पार कर लिया।

पंत ने तोड़ा धोनी का बड़ा रिकॉर्ड

पंत ने महज़ 52 टेस्ट मैचों में 3000 रन पूरे कर लिए हैं, जो किसी भी भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ के लिए सबसे तेज़ उपलब्धि है। इससे पहले यह रिकॉर्ड पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम था, जिन्होंने 61 टेस्ट में यह आंकड़ा छुआ था। इस रिकॉर्ड के साथ ही पंत दुनिया के दूसरे सबसे तेज़ विकेटकीपर बन गए हैं जिन्होंने 3000 टेस्ट रन पूरे किए हैं। पहले नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट हैं।

विदेशी ज़मीं पर भी बना डाला नया कीर्तिमान

SENA देशों यानी साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया की तेज़ और चुनौतीपूर्ण पिचों पर रन बनाना किसी भी बल्लेबाज़ के लिए आसान नहीं होता। लेकिन ऋषभ पंत ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए यहां भी ज़बरदस्त रिकॉर्ड बना दिया है। पंत अब इन चार देशों में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले एशियाई विकेटकीपर बन गए हैं। उन्होंने इस मामले में धोनी और श्रीलंका के कुमार संगाकारा को भी पीछे छोड़ दिया है।

टेस्ट शतकों की दौड़ में भी आगे

अभी तक धोनी और पंत के नाम टेस्ट क्रिकेट में 6-6 शतक दर्ज हैं। अगर पंत इस टेस्ट में शतक पूरा कर लेते हैं, तो वह भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले विकेटकीपर बन जाएंगे। यह भी एक बड़ा मील का पत्थर होगा जो उनके नाम दर्ज होगा।

ऋषभ पंत

पारी में दिखी परिपक्वता और जिम्मेदारी

हेडिंग्ले टेस्ट में पंत की यह 65 रन की नाबाद पारी काफी संयमित और समझदारी से भरी हुई थी। उन्होंने एक छोर पर टिके रहकर रन बनाए और कप्तान शुभमन गिल के साथ मिलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। उन्होंने ज़रूरत के हिसाब से रन बनाए, स्ट्राइक रोटेट की और मौके पर बेहतरीन शॉट्स लगाए।

टीम इंडिया को मिला भरोसेमंद खिलाड़ी

ऋषभ पंत की इस पारी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह टेस्ट फॉर्मेट में भारत के लिए कितने अहम खिलाड़ी हैं। खासकर मुश्किल हालात में वह टीम को संभालने का माद्दा रखते हैं। इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ों के सामने जिस तरह से उन्होंने धैर्य और आक्रामकता का बैलेंस बनाया, वह काबिले-तारीफ है।

ऋषभ पंत के इस प्रदर्शन से भारत को न सिर्फ इस सीरीज़ में बढ़त बनाने का मौका मिलेगा, बल्कि यह भी साफ हो गया है कि भविष्य में टीम को उनसे कितनी उम्मीदें हैं।