भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में शुरू हुए दूसरे टेस्ट के लिए जो प्लेइंग इलेवन चुनी, उसने पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और कोच रह चुके रवि शास्त्री दोनों को हैरान कर दिया। टीम ने पहले टेस्ट की तुलना में तीन बदलाव किए, जिसमें नितीश कुमार रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर और आकाश दीप को शामिल किया गया, लेकिन कुलदीप यादव जैसे स्पेशलिस्ट स्पिनर को बाहर बैठा दिया।
गावस्कर बोले- इस पिच पर कुलदीप क्यों नहीं?
सुनील गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा, “मुझे थोड़ा अजीब लगा कि कुलदीप को नहीं लिया गया। जब सब कह रहे हैं कि इस पिच पर थोड़ा टर्न मिलेगा, तब तो कुलदीप जैसे गेंदबाज को जरूर खेलना चाहिए था।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर आपकी टॉप ऑर्डर बल्लेबाजी रन नहीं कर रही है तो वॉशिंगटन या नितीश रेड्डी से वो मसला हल नहीं होगा। पहले टेस्ट में आपकी टीम ने दो पारियों में 830 रन बनाए थे, मतलब रन तो बने थे। दिक्कत विकेट लेने की थी, और वहीं मजबूती चाहिए थी।”
शास्त्री भी फैसले पर नाराज
रवि शास्त्री ने भी टीम इंडिया के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि जसप्रीत बुमराह जैसे तेज गेंदबाज को आराम देना समझ से बाहर है। उन्होंने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, “अगर आप पिछले कुछ टेस्ट देखें, तो भारत बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन हारे, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी तीन, और यहां पहला टेस्ट भी हार गए। ऐसे में ये टेस्ट बहुत जरूरी था। जब आपके पास दुनिया का सबसे अच्छा तेज गेंदबाज है, तो उसे सात दिन रेस्ट देने के बाद भी बैठा देना समझ नहीं आता।”
बता दें, बुमराह ने लीड्स टेस्ट में पहली पारी में पांच विकेट लिए थे, जो उनका 14वां पांच विकेट हॉल था।
गिल ने दिया बुमराह को रेस्ट देने का कारण
टॉस के बाद शुभमन गिल ने इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज माइकल एथरटन से बात में बताया कि बुमराह को आराम देने का फैसला उनके वर्कलोड को देखते हुए लिया गया। गिल ने कहा, “हमने बुमराह को उसके वर्कलोड को देखते हुए आराम दिया है। हमें अच्छा ब्रेक मिला है लेकिन ये मैच हमारे लिए बहुत जरूरी है। तीसरा टेस्ट लॉर्ड्स में है, जहां पिच में तेज गेंदबाजों के लिए और मदद मिलेगी, इसलिए हमने प्लान किया कि वहां उसका इस्तेमाल करें।”
टीम इंडिया पर बढ़ा दबाव
पहले टेस्ट में पांच विकेट से हारने के बाद टीम इंडिया पहले ही दबाव में थी। ऊपर से कुलदीप को न चुनना और बुमराह को बेंच पर बैठाना अब इस फैसले की चर्चा और आलोचना बढ़ा रहा है। गावस्कर और शास्त्री जैसे दिग्गजों की खरी-खरी ने दिखा दिया कि टीम सिलेक्शन पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
अब देखना होगा कि बिना कुलदीप और बुमराह के, टीम इंडिया इस टेस्ट में कैसा प्रदर्शन करती है। अगर नतीजा उम्मीदों के खिलाफ गया, तो ये फैसले और भी ज्यादा चर्चा में रहेंगे।