श्रीलंका के अनुभवी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। दिमुथ ने श्रीलंकाई टीम मैनेजमेंट को अपने फैसले से अवगत करा दिया है। 6 फरवरी से गॉल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले टेस्ट मैच को वह अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच मान रहे हैं। दिमुथ करुणारत्ने का यह टेस्ट मैच न केवल उनके करियर का 150वां मैच होगा, बल्कि इसके साथ ही वह श्रीलंका के पहले क्रिकेटर बन जाएंगे जिन्होंने 100 टेस्ट मैच खेले हैं। इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ ही करुणारत्ने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर समाप्त करेंगे।
करियर की शुरुआत से लेकर संन्यास तक
दिमुथ करुणारत्ने ने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। उनका वनडे करियर मैनचेस्टर में शुरू हुआ था, जबकि भारत के खिलाफ वानखेड़े मैदान पर उनका आखिरी वनडे मैच खेला गया था। उनका टेस्ट करियर 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ गॉल से शुरू हुआ था और अब उसी गॉल के मैदान पर वह अपने करियर को अलविदा कहेंगे। करुणारत्ने ने 149 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 8500 से ज्यादा रन बनाये हैं, जिसमें 17 शतक शामिल हैं।
दिमुथ करुणारत्ने की उपलब्धियाँ
करुणारत्ने ने अब तक 99 टेस्ट मैचों में 7172 रन बनाए हैं, जिनमें 16 शतक शामिल हैं।
वनडे क्रिकेट में उन्होंने 50 मैच खेले हैं, जिसमें एक शतक भी दर्ज है।
39.40 की औसत से टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है।
कब लेंगे करुणारत्ने संन्यास
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले इस टेस्ट सीरीज के पहले मैच में करुणारत्ने का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर था, जहां उन्होंने दोनों पारियों में कुल 7 रन ही बनाये थे। हालांकि, यह उम्मीद की जा रही है कि वह अपने करियर के अंतिम मैच में इसे यादगार बनाएंगे और अपने सभी चाहने वालों को एक शानदार खेल का तोहफा देंगे। दिमुथ करुणारत्ने ने यह निर्णय लिया है कि वह इस मैच के बाद संन्यास लेंगे। उनका यह फैसला श्रीलंकाई क्रिकेट के लिए एक बड़ा नुकसान हो सकता है, क्योंकि उनका अनुभव और स्थिरता टीम के लिए महत्वपूर्ण रही है। हालांकि, वह क्रिकेट जगत में हमेशा एक सम्मानित और यादगार खिलाड़ी के रूप में बने रहेंगे।